Join Adsterra Banner By Dibhu

रहिमन निज मन की व्यथा, मन में राखो गोय

रहिमन निज मन की व्यथा, मन में राखो गोय।सुनि इठलैहैं लोग सब, बाटि न लैहै कोय॥ Rahiman nij man ki vyatha, Man mein raakho goy।Suni ithalaihain log sab, Baati na laihe koy।। अर्थ: रहीम जी कहते …

रहिमन निज मन की व्यथा, मन में राखो गोय Read More

रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय

भक्त रहीम जी का यह दोहा संबंधों के निर्वहन के लिए बहुत महत्वपूर्ण सीख है।पूरा दोहा इस प्रकार से है- रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।टूटे से फिर न जुरे, जुरे गाँठ परि जाय।। Rahiman …

रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय Read More

रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि का अर्थ

रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि।जहाँ काम सुई आवै कहाँ करै तरवारि।। दोहे का अर्थ रहीम जी कहते हैं कि बड़ी वस्तु को देखकर छोटी वस्तु का त्याग नहीं करना चाहिए क्योंकि जो काम …

रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि का अर्थ Read More

बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर का अर्थ | Bada Hua To Kya Hua Jaise Ped Khajoor

प्रस्तुत दोहा कबीर दास जी ने ऐसे लोगों के बारे में लिखा है जो जो थोड़े से पद, मान सम्मान ,बड़ाई पाके खुद को दुनिया से ऊपर समझने लगते हैं और बाकी लोगों को कमतर समझने …

बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर का अर्थ | Bada Hua To Kya Hua Jaise Ped Khajoor Read More
Kabirdas -Kabir Ke Dohe In Hindi

संत कबीर के दोहे हिंदी में | Kabir Ke Dohe in Hindi With Meaning

संत श्री कबीर दास के दोहे ज्ञान से परिपूर्ण और शिक्षाप्रद होते हैं। प्रस्तुत है संत कबीर के दोहे हिंदी में : Kabir Ke Dohe in Hindi आंखों देखा घी भला, ना मुख मेला तेल ।साधु …

संत कबीर के दोहे हिंदी में | Kabir Ke Dohe in Hindi With Meaning Read More