May 28, 2023

कुछ मन की

नए दौर में संस्कृति नदारद

देहरी, आंगन, धूप नदारद।ताल, तलैया, कूप नदारद।घूँघट वाला रूप नदारद। डलिया,चलनी,सूप नदारद। आया दौर फ्लैट कल्चर का,देहरी, आंगन, धूप नदारद।हर...

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