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यक्ष कहाँ निर्वासित जीवन जी रहा था ?

मेघदूतम काव्य के ऊपर लिखे कुटज निबंध में Q. यक्ष कहाँ निर्वासित जीवन जी रहा था ? a. रामगिरि पर b. धौलागिरी पर c. नीलगिरि पर d. पम्पासर पर Ans: a. रामगिरि पर #Kutaj Nibandh Question …

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Munshi Premchand

प्रेमचंद के फटे जूते – परसाई जी | Premchand Ke Phate Joote

प्रस्तुत लेख महान साहित्यकार श्री मुंशी प्रेमचंद के बारे में प्रसिद्ध लेखक और व्यंगकार श्री हरिशंकर परसाई द्वारा लिखा गया है। लेख पढ़ने के पहले आइये थोड़ा मुंशी प्रेमचंद के बारे में थोड़ा संक्षेप में जान …

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धर्मो रक्षति रक्षितः