September 28, 2023

दोहे

विश्वनाथ मम नाथ पुरारी त्रिभुवन महिमा विदित तुम्हारी अर्थ

चौपाईबिस्वनाथ मम नाथ पुरारी। त्रिभुवन महिमा बिदित तुम्हारी॥चर अरु अचर नाग नर देवा। सकल करहिं पद पंकज सेवा॥ अर्थ: (देवी...

धर्मो रक्षति रक्षितः

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