छिति जल पावक गगन समीरा। Chiti Jal Pavak Gagan Samira
छिति जल पावक गगन समीरा पद का अर्थ छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित अति अधम सरीरा॥ अर्थ :...
छिति जल पावक गगन समीरा पद का अर्थ छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित अति अधम सरीरा॥ अर्थ :...
पर नारी के संग को हमारे संतो ने बहुत भांति से भर्त्सना की है। कई संतों ने 'पर नारी पैनी...
जेहि बिधि नाथ होइ हित मोरा। करहु सो बेगि दास मैं तोरा॥निज माया बल देखि बिसाला। हियँ हँसि बोले दीनदयाला॥...
सीता राम चरित अति पावन,मधुर सरस अरु अति मनभावन, Sita Ram Charan Charit Ati PavanMadhur Saras Aru Ati Manbhavan, पुनि-पुनि...
रहिमन निज मन की व्यथा, मन में राखो गोय।सुनि इठलैहैं लोग सब, बाटि न लैहै कोय॥ Rahiman nij man kee...