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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

कबीर के दोहे माया पर|Kabir Ke Dohe On Illusion

कबीर दुनिया से दोस्ती, होेये भक्ति मह भंगएंका ऐकी राम सो, कै साधुन के संग। Kabir dunia se dosti,hoye bhakti mah bhangEka eki Ram so,kai sadhun ke sang. भावार्थ: कबीर का कहना है की दुनिया के …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

कबीर के दोहे काल पर|Kabir Ke Dohe on Death

कबीर गाफील क्यों फिरय, क्या सोता घनघोरतेरे सिराने जाम खड़ा, ज्यों अंधियारे चोर। Kabir gafil kyon firay,kya sota ghanghorTere sirane jam khara,jyon andhiyare chore. भावार्थ:कबीर कहते है की ऐ मनुष्य तुम भ्रम में क्यों भटक रहे …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

अनुभव पर कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe on Experience

कबीर की रामानंद द्वारा गुरु दीक्षा (Kabir Das ke Guru) कबीर के दौर में काशी में रामानंद प्रसिद्ध पंडित और विद्वान व्यक्ति थे, कबीर ने कई बार रामानंद से मिलने और उन्हें अपना शिष्य बनाने की …

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धर्मो रक्षति रक्षितः