जासु नाम भव भेषज-अर्थ, व्याख्या व प्रयोग
जासु नाम भव भेषज हरण घोर त्रय शूल दोहे का अर्थ जासु नाम भव भेषज हरण घोर त्रय शूलसो कृपाल...
जासु नाम भव भेषज हरण घोर त्रय शूल दोहे का अर्थ जासु नाम भव भेषज हरण घोर त्रय शूलसो कृपाल...
उत्तर प्रदेश और बिहार में यह कहावत 'आगे नाथ न पीछे पगहा' (Aage Nath Na Piche Pagha) अभी भी गावों...
साधु अवज्ञा का फल ऐसा , जरै नगर अनाथ के जैसा विरक्त सन्यासी साधु की अवज्ञा या अवमानना करने का...
गंगा जल और प्रेत की प्यास - बात पुराने समय की है गंगा , यमुना , सरस्वती के पावन संगम...