नन्द सो कन्द
नन्द सो कन्द (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक था ब्राह्मण और एक था बाबा। दोनों एक साथ यात्रा पर चले। गरमी का मौसम था। ऐन दोपहर का समय। दोनों को प्यास लगी, पर आसपास कहीं पानी …
नन्द सो कन्द Read MoreBringing you closer to Hindu Indian roots
गांव की कहानियाँ-हिंदी में
नन्द सो कन्द (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक था ब्राह्मण और एक था बाबा। दोनों एक साथ यात्रा पर चले। गरमी का मौसम था। ऐन दोपहर का समय। दोनों को प्यास लगी, पर आसपास कहीं पानी …
नन्द सो कन्द Read Moreदो बाघ दो बाघिन (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक थे मियांजी। एक दिन वह सफर पर निकले। बीवी ने बड़े प्रेम से पराठे बना दिए। पराठों की पोटली बगल में दबाकर मियांजी चल पड़े। रास्ते में …
दो बाघ दो बाघिन Read Moreठण्डा टपका (मजेदार पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक बुढ़िया थी। वह एक झोपड़ी में रहती थी। बारिश के दिन थे। पानी बहुत बरसा। बुढ़िया की झोपड़ी में पानी चारों तरफ टपकने लगा और जगह-जगह पानी के …
ठण्डा टपका Read Moreतोतली रानियां (मजेदार पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक राजा था। उसके तीन रानियां थीं। राजा का नसीब कि तीनों तोतली थीं। राजा ने चौथी रानी से ब्याह करने की बात सोची। अच्छा घर देखकर राजा ने …
तोतली रानियां Read Moreजाको काम उसी को साजे (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक कौआ था। वह रोज नदी-किनारे जाता और बगुले के साथ बैठता। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई। बगुला मछलियां पकड़ता और कौए को खिलाया करता। बगुला …
जाको काम उसी को साजे Read More धर्मो रक्षति रक्षितः