Join Adsterra Banner By Dibhu

साम दाम दंड भेद का अर्थ | Saam Daam Dand Bhed Meaning

अर्थ : (अंगद कहते हैं कि हे प्रभु !) वेदों के अनुसार साम , दाम, दंड और भेद ये राजा में बसने वाली राज काज चलने वाली चार सुन्दर नीतियां हैं। ये चार मुकुट वही चार गुण हैं। चूंकि रावण में धर्म बुद्धि का आभाव हो गया है। इसलिए ये उसके चारो गुण उसे छोड़कर आपके पास आ गए हैं। (क्योँकि आप ही सबके एकमात्र आश्रय हैं।)

साम दाम दंड भेद का अर्थ | Saam Daam Dand Bhed Meaning Read More

सतुआन पर्व की शुभकामनाएं

सतुआन की मंगलकामनाएं! सतुआन कब मनाते हैं? हिंदू पंचांग अनुसार जब सूर्य देवता मीन (Pisces)से मेष(Aries) राशि में जाते हैं तो इस अवसर पर मेष संक्रांति होती है। इसी अवसर को सतुआन पर्व (Satuan Festival) के …

सतुआन पर्व की शुभकामनाएं Read More

रामायण पाठ में सम्पुट कैसे लगाएं| सम्पुट विधि : Samput Vidhi

श्री रामचरितमानस पाठ आपकी किसी भी समस्या का समाधान करने की क्षमता रखता है लेकिन इसके लिए आपको रामायण संपुट का उपयोग करने की आवश्यकता है। ये रामायण सम्पुट भगवान शिव के आशीर्वाद से सिद्ध मंत्र …

रामायण पाठ में सम्पुट कैसे लगाएं| सम्पुट विधि : Samput Vidhi Read More

जातो से गईली भातो न मिलल-भोजपुरी मुहावरा

भोजपुरी का यह मुहावरा या लोकोक्ति अपने अंदर बहुत गहन पहलुओं को समेटे हुए है। ‘जातो से गइली भातो न मिलल‘ लोकोक्ति में जात और भात दो मुख्य शब्द है यहां। दोनों ही शब्द बड़े महत्वपूर्ण …

जातो से गईली भातो न मिलल-भोजपुरी मुहावरा Read More

बनें सो रघुवर सों बनें, कै बिगरे भरपूर

‘बनें सो रघुवर सों बनें’- बात तब की है जब दिल्ली का मुगल बादशाह अकबर शुरुआती हिंदू कत्लेआम और लंपट गिरी वाली हरकतों के बाद अपनी छवि सुधारने के लिए सम्राट विक्रमादित्य के नवरत्नों के तर्ज …

बनें सो रघुवर सों बनें, कै बिगरे भरपूर Read More

धर्मो रक्षति रक्षितः