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ठठरी क्या काअर्थ है?

ठठरी किस भाषा का शब्द है ठठरी शब्द आज कल बहुत चर्चा में है और इसे चर्चा में लाने वाले हैं बागेश्वर धाम के आदरणीय श्री धीरेन्द्र शास्त्री जी। उन्होंने ने बहुत बार ठठरी शब्द का …

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पतईया झार भागना-भोजपुरी मुहावरा

पतईया झार भागना एक भोजपुरी मुहावरा है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी तथा बिहार के भोजपुर नामक क्षेत्र के आस-पास इलाके के गावों में पहले एक मुहावरा सुनाने को मिलता था कि ‘पतईया झार भागना’। उदाहरण के …

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Kha peeke Tavtek balak

टवटेक : एक भोजपुरी शब्द की व्याख्या

भोजपुरी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बोली जाने वाली लोकभाषा है। बोले जाने का क्षेत्र बहुत व्यापक होने से स्थान भेद से भोजपुरी का स्वरुप भी बहुत परिवर्तित होता रहता है। बहुत संभव है की …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

Kabir Ke Dohe : संत कबीर दास के प्रसिद्द दोहे अर्थ सहित

संत श्री कबीर दास के दोहे ज्ञान से परिपूर्ण और शिक्षाप्रद होते हैं। संत कबीर अपने काल के बड़े सम्मानित भक्त और समाज सुधारक थे। उनके दोहे आज भी प्रासंगिक हैं। आइये पढ़ते हैं उनके कुछ …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

संतों पर कबीर के दोहे|Kabir Ke Dohe On Saints

कहे कबीर हम ब्याहि चले हैं, पुरुख एक अबिनासी। भावार्थ: कबीर एक अमर अविनासी पुरुष को अपना पति मानते हैं। यहॉं कबीर का ईश्वर के साथ दाम्पत्य प्रेम दिखाया हैं। Meaning: Kabir says he has been …

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धर्मो रक्षति रक्षितः