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ज्ञानी से ज्ञानी मिले दोहा|Gyani Ko Gyani Mile

अर्थ: जब दो ज्ञानी (जानकर) लोग मिलते हैं तो ज्ञानवर्धक बाते करते हैं। जिससे ज्ञान बढ़ता है और लोगों को आनंद मिलता है।
जबकि यदि ज्ञानी को कोई अज्ञानी व्यक्ति मिल जाए तो केवल तर्क वितर्क में केवल विवाद ही होता है। जो किसी के लिए लाभप्रद नहीं होता।

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एकादशी संकल्प मंत्र | Ekadashi Sankalp Mantra

एकादशी व्रत के लिए संकल्प करने से पहले पवित्रीकरण और आचमन भी किया जाता है। इन्हे भी अवश्य करें। पवित्रीकरण और आचमन के बाद एकादशी संकल्प मंत्र ( Ekadashi Sankalp Mantra ) मन्त्र बोलना चाहिए। इस …

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छिति जल पावक गगन समीरा। Chiti Jal Pavak Gagan Samira

छिति जल पावक गगन समीरा पद का अर्थ छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित अति अधम सरीरा॥ अर्थ : पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश – इन पाँच तत्वों से यह अत्यंत नीच शरीर रचा …

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पर नारी पैनी छुरी दोहा| Par Nari Paini Churi Doha

पर नारी के संग को हमारे संतो ने बहुत भांति से भर्त्सना की है। कई संतों ने ‘पर नारी पैनी छुरी‘ (Par Nari Paini Chhuri) से प्रारम्भ करके अलग-अलग दोहे लिखे हैं। उन सभी का संकलन …

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जेहि बिधि नाथ होइ हित मोरा का अर्थ|Jehi Vidhi Nath Hoi Hit Mora

जेहि बिधि होइ नाथ हित मोरा करहु सो बेगि दास मैं तोरा ॥निज माया बल देखि बिसाला हियँ हँसि बोले दीनदयाला॥ जेहि बिधि होइ नाथ हित मोरा पद का अर्थ नारदजी बड़े उतावलेपन में भगवान विष्णु …

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