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Sanakadik Rishis

सनकादिक ऋषि -संक्षिप्त परिचय|Sankadik Rishi

सनकादिक ऋषि -एक संक्षिप्त परिचय भगवान् के २४ अवतार हैं , उनमें पहला अवतार सनक -सनन्दन – सनातन – सनत्कुमार हैं।इनको सम्मिलित रूप से सनकादिक ऋषि (Sankadik Rishi )कहते हैं। वे चार हैं , लेकिन उनके …

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Amla Akshay Navami

आँवला नवमी व्रत कथा फल एवं पूजन विधि

आँवला-अक्षय नवमी व्रत कथा फल एवं पूजन विधि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को आंवला नवमी मनाते हैं।मान्यता है कि आंवला नवमी के दिन दान करने से पुण्य का फल इस जन्म के …

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Chhathi Maiya-Shashthi Devi

षष्ठी देवी-छठी मैया स्तोत्र

माता श्री षष्ठी देवी(छठी मैया) स्तोत्र नमो देव्यै महादेव्यै सिद्ध्यै शान्त्यै नमो नम:।शुभायै देवसेनायै षष्ठी देव्यै नमो नम: ।। वरदायै पुत्रदायै धनदायै नमो नम:।सुखदायै मोक्षदायै षष्ठी देव्यै नमो नम:।। शक्ते: षष्ठांशरुपायै सिद्धायै च नमो नम:।मायायै सिद्धयोगिन्यै …

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Shri Hanuman ji and Shri Tulasidas ji

तुलसीदास के दोहे-10: विवेक

जनम मरन सब दुख सुख भोगा।हानि लाभ प्रिय मिलन वियोगा।काल करम बस होहिं गोसाईं।बरबस राति दिवस की नाईं। अर्थ: जन्म मृत्यु सभी दुख सुख के भेाग हानि लाभ प्रिय लोगों से मिलना याबिछुड़ना समय एवं कर्म …

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Shri Hanuman ji and Shri Tulasidas ji

तुलसीदास के दोहे-9: मित्रता

जे न मित्र दुख होहिं दुखारी।तिन्हहि विलोकत पातक भारी।निज दुख गिरि सम रज करि जाना।मित्रक दुख रज मेरू समाना। जो मित्र के दुख से दुखी नहीं होते उन्हें देखने से भी भारी पाप लगता है।अपने पहाड़ …

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