Eternal Dharma-Sanatan Dharm
बुद्ध से पहल कोई बुद्धिस्ट नहीं था ।जीसस से पहले कोई ईसाई नहीं था ।मुहम्मद से पहले कोई मुसलमान नहीं था ।महावीर से पहले कोई जैनी नहीं था ।नानक से पहले कोई सिक्ख नहीं था ।लेकिन !कृष्ण से पहले , राम से पहले , हरिशचन्द्र से पहले, वशिष्टसे पहले,गौतम, कपिल, कणाद, भरद्वाज, विश्वामित्र, अत्री,द्रोणआदि से भी पहले सब सनातन वैदिक धर्मी थे ।क्योंकि धर्म किसी व्यक्ति विशेष के द्वारा आरम्भनहीं होता ।वो तो ईश्वर के द्वारा सीधा ही वेद के द्वारा मानवमात्रको समान रूप से संविधान दिया गया है ।व्यक्ति विशेष के द्वारा तो केवल मत, पंथ, सम्प्रदाय,मज़हब,रिलिजन आदि चला करते हैं ।
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