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Sant Ravidas rejected Islam even after death threat

संत रविदास और इस्लाम : जयंती विशेष

संतरविदासजयंती_विशेष : सिकंदर लोदी के शासनकाल की बात है । सदना पीर उन दिनों एक जाना-माना पीर था । सिकंदर लोदी के दरबार में भी उसकी प्रसिद्धि हो चुकी थी । परंतु हिन्दू समाज में संत …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

Kabir Ke Dohe : संत कबीर दास के प्रसिद्द दोहे अर्थ सहित

संत श्री कबीर दास के दोहे ज्ञान से परिपूर्ण और शिक्षाप्रद होते हैं। संत कबीर अपने काल के बड़े सम्मानित भक्त और समाज सुधारक थे। उनके दोहे आज भी प्रासंगिक हैं। आइये पढ़ते हैं उनके कुछ …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

संतों पर कबीर के दोहे|Kabir Ke Dohe On Saints

कहे कबीर हम ब्याहि चले हैं, पुरुख एक अबिनासी। भावार्थ: कबीर एक अमर अविनासी पुरुष को अपना पति मानते हैं। यहॉं कबीर का ईश्वर के साथ दाम्पत्य प्रेम दिखाया हैं। Meaning: Kabir says he has been …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

बुद्धि पर कबीर के दोहे|Kabir Ke Dohe on Intelligence

जिनमे जितनी बुद्धि है, तितनो देत बतायवाको बुरा ना मानिये, और कहां से लाय। jinme jitni budhi hai,titno det bataiWake bura na maniye,aur kahan se lai. भावार्थ: जिसे जितना ज्ञान एंव बुद्धि है उतना वह बता …

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Shri Ram Bhakt Sant Kabeer ji

क्रोध पर कबीर के दोहे|Kabir Ke Dohe On Anger

जहां काम तहां नाम नहीं,जहां नाम नहि कामदोनो कबहू ना मिलैय रवि रजनी एक ठाम। Jahan kaam tahan naam nahi, jahan naam nahi kaamDonoe kabahu na milay ravi rajni ek tham. भावार्थ: जहाँ काम, वसाना, इच्छा …

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धर्मो रक्षति रक्षितः