मिलते जुलते रहा करो
मिलते जुलते रहा करो धार वक़्त की बड़ी प्रबल है, इसमें लय से बहा करो, जीवन कितना क्षणभंगुर है, मिलते...
मिलते जुलते रहा करो धार वक़्त की बड़ी प्रबल है, इसमें लय से बहा करो, जीवन कितना क्षणभंगुर है, मिलते...
प्रेम चंद्र की एक सुंदर कविता•٠ . ❝ खवाहिश ❞ नही मुझे ❝ मशहुर ❞ होने की आप मुझे ❝...
एक बार द्वापर युग में नारद मुनि हनुमान जी की परीक्षा लेना चाहते थे| वो हनुमान जी को जाके बताते...
Brahmacharya of abstinence from sex is often perceived to be a tough, strenuous and dull process. Often basically for people...
यह शाम का समय , प्रायः गोधुलि वेला से दो घड़ी पहले का प्रहर, अपने आप में बहुत सारी रोचकता को...
धर्मो रक्षति रक्षितः