छिति जल पावक गगन समीरा। Chiti Jal Pavak Gagan Samira
छिति जल पावक गगन समीरा पद का अर्थ छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित अति अधम सरीरा॥ अर्थ :...
छिति जल पावक गगन समीरा पद का अर्थ छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित अति अधम सरीरा॥ अर्थ :...
पर नारी के संग को हमारे संतो ने बहुत भांति से भर्त्सना की है। कई संतों ने 'पर नारी पैनी...
श्री जानकी स्तुतिः संस्कृत जानकि त्वां नमस्यामि सर्वपापप्रणाशिनीम् । जानकि त्वां नमस्यामि सर्वपापप्रणाशिनीम् ॥ १॥ दारिद्र्यरणसंहत्रीं भक्तानाभिष्टदायिनीम् । विदेहराजतनयां राघवानन्दकारिणीम्...
श्री जानकी स्तुति- Shri Janaki Ji Ki Stuti माता सीता स्तुति- Mata Sita Stuti भई प्रगट कुमारी भूमि-विदारी जन हितकारी...
जेहि बिधि नाथ होइ हित मोरा। करहु सो बेगि दास मैं तोरा॥निज माया बल देखि बिसाला। हियँ हँसि बोले दीनदयाला॥...