बृजराम पैलेस का स्थापनापूर्व इतिहास
वाराणसी स्थित होटल बृजराम पैलेस(Brijrama Palace Varanasi) एक ऐतिहासिक रचना पर बनाया गया है। वस्तुतः यह संरचना सैकड़ों साल पुराने मुंशी घाट के अतीत को अपने में समेटे हुए है। सन 1815 में मुंशी श्रीधर जी ने इस सुन्दर घाट को चुनार से लाये गए मजबूत पत्थरों से बनवाया। चुनार के पत्थरों की ऐतिहासिकता इस बात से भी प्रमाणित है की सम्राट अशोक के काल में चुनार के ही पत्थरों पर खुदे शिलालेख पाकिस्तान -अफगानिस्तान तक के क्षेत्रों में पाए गए हैं। वर्षा का मौसम में गंगा के बाढ़ के वेग को सहना इन मजबूत पत्थरों के द्वार ही संभव हुआ है।
सन 1915 में बिहार के ब्राह्मण राजा ने इस घाट को खरीद कर इसका पुनर्निर्माण कराया और इसका आधुनिक स्वरुप विशेषकर गंगा घाट वाला वैसा ही है। फिर आधुनिक काल में सन 1993 के आस पास क्लार्क ग्रुप ने इसको खरीद कर इसे पुनः पर्यटन और होटल की दृष्टि से नया रुप दिया। अपने संस्थापक के नाम पर इस होटल को इन्होने बृजराम पैलेस(Brijrama Palace Varanasi) नाम दिया। किसी अंग्रेजी नाम की बजाय एक भारतीय नाम से बनारस की संस्कृति से सामंजस्य बनाने का ये सही प्रयास था।
इतिहास और संस्कृति का अनूठा संगम
यद्यपि दरभंगा घाट के पीछे दरभंगा पैलेस के पीछे के हिस्सों को तोड़कर होटल के लिए बनाने पर स्थानीय सामाजिक संगठनो ने काफी विरोध भी किया। फिर भी आपको अधिकतर पैलेस का हिस्सा पुरानी इमारत पर ही खड़ा है।
यहाँ पर रहते हुए आपको हर कदम पर होटल की ऐतिहासिकता और भवितव्यता का सुन्दर अनुभव होता है। राजा रानियों के समय का यह महल अभी भी आपको वैसा ही शानदार अनुभव प्रदान करेगा।
माँ गंगा का दिव्य सानिध्य
होटल बृजराम पैलेस(Brijrama Palace Varanasi) से बिना किसी रोक टोक के आपको सीधा गंगा माता के दर्शन होते हैं। माता गंगा के दर्शन से भी मनुष्य पाप मुक्त होता है। गंगा घाट के किनारे के यात्रीशालाओं (होटलों ) में यह एक बहुत बड़ा लाभ है जिसे भुनाने में अक्सर लोग चूक जाते हैं। श्रीमान वाराणसी शहर घूमिये , खूब घूमिये हर जगह तीर्थ हैं यहाँ। परन्तु जब दिन में एक बार थककर बैठें तो माता गंगा को निहारते हुए बैठें। मन को शांति, नेत्रों को विश्राम और आत्मा को अध्यात्म लाभ होगा। यदि हो सके तो थोड़ा गंगा जल माथे पर लगाए या स्नान भी करें पुण्य कई गुणित हो जायेंगे।
संतो के दर्शन का सुअवसर
होटलों में कई ज्योतिषी आदि भी भुगतान पर उपलब्ध है। चाहिए तो उनका भी प्रयोग करें लेकिन इतना ध्यान रखें कि ज्योतिषी केवल भविष्य बता सकते हैं परन्तु गंगा माँ का आँचल और घाट पर यदा कदा मिलने वाले सिद्ध संत आपका सम्पूर्ण जीवन तक सुधार सकते हैं।
बनारस के घाट की बनारस की संस्कृति की मुख्य पहचान हैं। बृजराम पैलेस (Brijrama Palace Varanasi)-दरभंगा घाट बनारस के ८४ प्रमुख घाटों में से एक ऐतिहासिक घाट है। आपको यहाँ इतिहास और संस्कृति का सुन्दर समावेश देखने को अवश्य मिलेगा।
बृजराम पैलेस के कुछ छायाचित्र-Photos of Brijrama Palace Varanasi
बृजराम पैलेस के कुछ छायाचित्र-Photos of Brijrama Palace Varanasi
बृजराम पैलेस से मुख्य धार्मिक स्थलों की दूरी
बृजराम पैलेस वाराणसी (Brijrama Palace Varanasi) से मुख्य धार्मिक स्थलों की दूरी
- काशी विश्वनाथ मुख्य मंदिर – 800 मीटर (0.8 Km)
- काशी हिन्दू विश्वविद्यालय – 3400 मीटर (3.4 Km)
- दुर्गा कुंड – 2500 मीटर (2.5 Km)
- संकट मोचन मंदिर– 3100 मीटर (3.1 Km)
- अस्सी घाट – 2100 मीटर (2.1 Km)
- दशाश्वमेघ घाट – 500 मीटर (0.5 Km)
- संकटा माता मंदिर– 1400 मीटर (1.4 Km)
- काल भैरव मंदिर – 2000 मीटर (22 Km)
- मणिकर्णिका घाट– 1200 मीटर (1.2 Km)
- हरिश्चंद्र घाट -1000 मीटर (1 Km)
- पिशाच मोचन– 2600 मीटर (2.6 Km)
- लोलार्क कुंड – 2000 मीटर (2 Km)
- अन्नपूर्णा मंदिर– 700 मीटर (0.7 Km)
समीप स्थित अन्य दर्शनीय स्थल
- राम नगर के किले की दूरी – 6 किमी (Kms)
- चुनार किले की दूरी – 29 किमी (Kms)
- सारनाथ – 9 किमी (Kms)
बृजराम पैलेस वाराणसी में उपलब्ध सुविधाएं
बृजराम पैलेस वाराणसी में उपलब्ध सुविधाएं -Facilities at Brijrama Palace Varanasi
- सामान्य पार्किंग और निजी पार्किंग उपलब्ध
- इंटरनेट सेवा- मुफ्त वाईफाई (Free WiFi)
- एयरपोर्ट परिवहन शटल(Airport Shuttle), किराए की कार(Car on rent), एयरपोर्ट शटल (अतिरिक्त शुल्क पर उपलब्ध)
- व्यायामशाला (Gym)
- रिसेप्शन सेवाएं-
- समाचार पत्र (Newspaper),
- टिकट सेवा(Ticketing),
- परिसर में उपलब्ध एटीएम/कैश मशीन
- प्राइवेट निजी चेक-इन/चेक-आउट
- धूप के लिए सामूहिक उपयोग वाली छत उपलब्ध
- वातानुकूलन (Air conditioning) व गर्म करने के लिए ताप सुविधा(Heating) उपलब्ध
- 24 घंटे सुरक्षा, सामान्य क्षेत्रों में सीसीटीवी (CCTV), संपत्ति के बाहर सीसीटीवी
- स्पा, बाथटब (Bathtub & Spa)
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