सन्यासियों का विश्राम
सन्यासियों का विश्राम दो संन्यासी युवक यात्रा करते-करते किसी गाँव में पहुँचे। लोगों से पूछा हमें एक रात्रि यहाँ रहना है किसी पवित्र परिवार का घर दिखाओ ।लोगों ने बताया कि वहाँ एक वृद्ध बाबा का …
सन्यासियों का विश्राम Read MoreBringing you closer to Hindu Indian roots
सन्यासियों का विश्राम दो संन्यासी युवक यात्रा करते-करते किसी गाँव में पहुँचे। लोगों से पूछा हमें एक रात्रि यहाँ रहना है किसी पवित्र परिवार का घर दिखाओ ।लोगों ने बताया कि वहाँ एक वृद्ध बाबा का …
सन्यासियों का विश्राम Read Moreआ चल के तुझे मैं लेके चलूँ… कितनी यादें जुड़ी होंगी इस गाने से कितने सारे हिंदुस्तानियों की | बचपन के सारे सुने हुए गीतों मे से ये गाना अपनी अलग ही पहचान रखता है| एक …
आ चल के तुझे मैं लेके चलूँ…हर इंसान के बचपन का सपना Read MoreAgeless Saint Baba Shri Lokenath Brahmachari said following about the Sin and Virtue: “The action which brings you a sense of repentance after it is done is a sin, for it throws you into unhappiness. Any action …
What is Sin & Virtue- By Baba Shri Lokenath (1730 to 1890) Read Moreसिद्ध संत वामा खेपा संत बामाखेपा /वामा क्षेपा (1837-1911) जिन्हे लोग विक्षिप्त संत के रूप में भी जाना जाता है। वामा शब्द वामपंथ की पूजा पद्धति को इंगित करता है और क्षेपा शब्द इंगित करता है …
सिद्ध संत वामा खेपा Read Moreपूजा के इस ढंग पर कमेटी के सदस्यों को बहुत आश्चर्य हुआ ,उन्होंने रामकृष्ण परमहंस को बुलाया और पुछा –
“क्या यह सच है कि तुम फूल सूंघ कर देवता पर चढ़ाते हो? भगवान को भोग लगाने से पहले खुद अपना भोग लगा लेते हो? “