विरह पर कबीर के दोहे|Kabir Ke Dohe On Separation
अंखियाॅ तो झैन परि, पंथ निहार निहारजीव्या तो छाला पारया, राम पुकार पुकार। Aakhiyan to jhain pari , panth nihar niharJivya to chhala parya , Ram pukar pukar . भावार्थ:प्रभु की राह देखते-देखते आॅंखें में काला …
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