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Mrityu ke samay aur baad ki sthiti-मृत्यु के समय जीवात्मा की गति

मृत्यु के समय और उसके तुरंत बाद क्या होता है?

मृत्यु के समय और उसके तुरंत बाद की स्थिति प्रायः स्पष्ट नहीं होती है। इस दशा में कई बार आत्मा को मरने के बाद उसे इस सत्य का भास् ही नहीं होता कि उसका शरीर समाप्त …

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Akal asamay Mrityu ke baad gati

अकाल मृत्यु ग्रस्त आत्मा की गति और मुक्ति कैसे होती है?

अकाल मृत्यु के बाद जब आत्मा की क्या गति होती है और उसकी मुक्ति कैसे होती है? असमय या अकाल मृत्यु के बाद जब आत्मा भटकती है तो उस आत्मा की मुक्ति कैसे होती है? जीवन …

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Khoinchha-Parichhan at Vidaai

परिछन के समय खोइंछा भरने की परंपरा का महत्व

बिहार में बेटी की विदाई के समय उसके आंचल में खोइंछा दिया जाता है।खोइछा भरने के लिए पान, सुपारी, हल्दी, अक्षत, दूब, मिठाई (बताशे), सौभाग्य प्रतीक चूड़ी, कंघी, सिन्दूर, बिंदी,काजल,महावर, दर्पण आदि दिए जाते हैं। बिहार …

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Pitru paksh Shraddh importance

श्राद्ध पक्ष /पितृ पक्ष का महत्त्व पारसी प्रेत की घटना से समझें

श्राद्ध पक्ष /पितृ पक्ष आज से आरम्भ हो गया है। श्राद्ध अपने दिवंगत पूर्वजों के लिए श्रद्धा पूर्वक किया गया कर्म है। हमारे सनातन धर्म में जीवन के बाद जीवात्मा के विभिन्न अवस्थाओं पर गहन शोध …

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धर्मो रक्षति रक्षितः