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श्वसनी मुद्रा-श्वास नली में जमा श्लेष्मा को बाहर निकालती है

श्वसनी मुद्रा (Bronchial mudra) श्वसनी मुद्रा (bronchial mudra)     सबसे छोटी अंगुले को अंगूठे की जड़ में लगाएं। अनामिका अंगुली के शीर्ष को अंगूठे के बीच वाले भाग में लगाएं। मध्यमा अंगूले को अंगूठे के शीर्ष …

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अपानवायु मुद्रा और अपान मुद्रा

अपानवायु मुद्रा अपानवायु मुद्रा ::दिल मजबूत करे ,गैस रिलीज करे तर्जनी (अंगूठे के पास वाली) उंगली को अंगूठे की जड़ में लगाकर अंगूठे के अग्रभाग को मध्यमा और अनामिका (बीच की दोनों अंगुलियां) के अगले सिरे …

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आकाश मुद्रा -ह्रदय, हड्डि स्वस्थ रखे ,शनि दोष दूर करे

आकाश मुद्रा ह्रदय स्वस्थ रखे ,शनि दोष दूर करे -आकाश मुद्रा  आकाश मुद्रा – कान के सब प्रकार के रोग जैसे बहरापन आदि ,हड्डियों के रोग ,हड्ड्यों की कमजोरी ,ह्रदय रोग ठीक होता है   मध्यमा …

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प्राचीन गुरुकुलों में पढ़ाई जाने वाली विद्यायें

प्राचीन गुरुकुलों में पढ़ाई जाने वाली विद्यायें प्राचीन गुरुकुलों में वर्ण व्यवस्था और सामाजिक आवश्यकता नुसार चार तरह की विद्यायें सिखाई पढ़ाई जाती थीं|  किसी भी पदार्थ के वास्ताविक स्वरूप का ज्ञान जिस साधन के द्वारा …

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धर्मो रक्षति रक्षितः