यमुना जी की आरती|Shri Yamuna Aarti
माता यमुना जी की आरती ऊँ जै यमुना माता , हरि ऊँ जै यमुना माता , नो नहावे फल पावे...
माता यमुना जी की आरती ऊँ जै यमुना माता , हरि ऊँ जै यमुना माता , नो नहावे फल पावे...
कबीर के दोहे हिंदी में अर्थ आंखों देखा घी भला, ना मुख मेला तेल ।साधु सों झगडा भला, ना साकट...
कामी क्रोधी लालची , इनते भक्ति ना होय ।भक्ति करै कोई सूरमा , जादि बरन कुल खोय ।।1 अर्थ: विषय...
कबीर गुरु की भक्ति बिन, धिक जीवन संसार ।धुंवा का सा धौरहरा, बिनसत लगे न बार ।।1 अर्थ: संत कबीर...
कबीर हरि के रुठते, गुरु के शरणै जाय ।कहै कबीर गुरु रुठते , हरि नहि होत सहाय ।।1 अर्थ: प्राणी...