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Ramayan 108 manka is a depiction of Sri Ramchandraji’s life from his birth to his final departure to Vakunth . It contains entire Ramayan story in 108 verses. All main events of Ramayan are captured here. It’s kind of mini version of Ramayan. Entire Ramcharitmanas by Tulasidas takes a little more than 24 hrs to read while Ramayan 108 Manaka will take around 1 hour to read.
Ramayan Manka 108 is bery helpful for those Shri Ram devotees, those are not able to read Sampurna Ramayan by Goswami Tulsidas. It said that who read this Makna Ramayan will get same blessings as he read Sampoorna Ramayan.
They also say that if one does 108 recitations of this manka his wishes get fulfilled soon.
We have provided Ramayan dohe written in Hindi and English both for the convenience of those devotees who are not Indian and not too fluent with Hindi letters. This is entire Ramayan katha and a very popular Hindi Bhajan. Its so refreshing and uplifting that whenever you listen to it with with complete devotion it can almost bring you back in that era of Ramayan where ShriRamji was playing his leela on earth.
This is the Ramayan video Bhajan for Shri Ramji Devotees::
Ramayan Manka 108 by Kumar Vishu:
रामायण मनका 108 का घर के सभी सदस्य नित्यकर्म से निवृत्त होकर घर में मंगलवार व शनिवार को या प्रतिदिन सस्वर वाचन (पाठ ) करने से सभी मनोकामनाये पूर्ण हो जाती हैं | परिवार में सुख शांति , आपसी सामंजस्य , अपार प्रभु श्री राम की कृपा बनी रहती हैं |
Ramayan Manka 108 by Sarita Joshi:
रामायण मनका १०८ लिरिक्स हिंदी में
Ramayan Manka 108 Lyrics in Hindi
हो ….
मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सुदशरथ अजिर बिहारी ||
राम सिया राम सिया राम जय जय राम -2
हो….
हरि अनंत हरि कथा अनंता कहहि सुनहि बहु विधि सब सन्ता ||
राम सिया राम सिया राम जय जय राम -2
हो….
भीड़ पड़ी जब भक्त पुकारे, दूर करो प्रभु दुख हमारे||
दशरथ के घर जन्मे राम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||1||
हो…
विश्वामित्र मुनिश्वर आए , दशरथ भूप से वचन सुनाए |
संग मे भेजे लक्ष्मण राम………
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||2||
हो…
वन में जाय ताड़का मारी, चरण छुआय अहिल्या तारी|
ऋषियों के दुख़ हरते राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||3||
हो…
जनकपुरी रघुनंदन आए , नगर निवासी दर्शन पाए|
सीता के मन भाए राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||4||
हो…
रघुनंदन ने धनुष चढ़ाया , सब राजों का मान घटाया|
सीता ने वर पाए राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||5||
हो…
परशुराम क्रोधित हो आए, दुष्ट भूप मन में हरषाए|
जनक राय ने किया प्रणाम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||6||
हो…
बोले लखन सुनो मुनि ज्ञानी, संत नही होते अभिमानी
मीठी वाणी बोले राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||7||
हो…
लक्ष्मण वचन ध्यान मत दीजो , जो कुछ दंड दास को दीजो|
धनुष तुड़ईया मैं हूँ राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||8||
हो…
लेकर के यह धनुष चढ़ाओ , अपनी शक्ति मुझे दिखाओ|
छूवत चाप चढ़ाए राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||9||
हो….
हुई उर्मिला लखन की नारी, श्रुतिकीर्ति रिपुसूदन पियारी|
हुई मांडवी भरत के वाम ….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||10||
हो….
अवधपुरी रघुनंदन आए, घर-घर नारी मंगल गावे |
बारह वर्ष बिताए राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||11||
हो….
गुरु वशिष्ठ से आज्ञा लीनी, राजतिलक तैयारी केनी|
कल को होंगे राजा राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||12||
हो…
कुटिल मंथरा ने बहकाई , कैकेयी ने यह बात सुनाई,
दे दो मेरे दो वरदान …
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||13||
हो….
मेरी विनती तुम सुन लीजो, भरत पुत्र को गद्दी दीजो|
होत प्रात वन भेजो राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||14||
हो ….
धरणी गिरे भूप तत्कला, लागा हृदय शूल विशला|
तब सुमंत बुलवाए राम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||15||
हो….
राम पिता को शीश नवाए , मुख से वचन कहा नही जाए|
कैकेयी वचन सुनियो राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||16||
हो….
राजा के तुम प्राण पियारे, इनके दुख हरोगे सारे|
अब तुम वन में जाओ राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||17||
हो….
वन मैं चौदह वर्ष बिताओ, रघुकुल नीति अपनाओ
आगे इच्छा तेरी राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||18||
हो….
सुनत वचन राघव हरषाए, माता जी के मंदिर आए,
चरण कमल में किया प्रणाम,
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||19||
हो….
माताजी मैं तो वन जाऊं, चौदह वर्ष बाद फिर आऊं|
चरण कमल देखूं सुख धाम,…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||20||
हो….
सुनी शूल सम जब यह बानी , भू पर गिरी कौशल्या रानी|
धीरज बँधा रहे श्रीराम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||21||
हो….
सीताजी जब यह सुन पाई, रंगमहल से तब नीचे आईं|
कौशल्या को किया प्रणाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||22||
हो….
मेरी चूक क्षमा कर दीजो, वन जाने की आज्ञा दीजो|
सीता को समझाते राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||23||
हो….
मेरी सीख सिया सुन लीजो , सास-ससुर की सेवा कीजो|
मुझको भी होगा विश्राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||24||
हो….
मेरा दोष बता प्रभु दीजो, संग मुझे सेवा में लीजो,
अर्धांगिनी तुम्हारी राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||25||
हो….
समाचार सुनि लक्ष्मण आए, धनुष बाण संग परम सुहाए|
बोले संग चलूँगा राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||26||
हो…
राम लखन मिथिलेश कुमारी, वन जाने की करी तैयारी,
रथ में बैठ गये सुखधाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||27||
हो…
अवधपुरी के सब नर नारी ,समाचार सुन व्याकुल भारी|
मचा अवध में अति कोहराम|
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||28||
हो…
शृंगवेरपुर रघुवर आए , रथ को अवधपुरी लौटाए|
गंगा तट पर आए राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||29||
हो…
केवट कहे चरण धुलवाओ, पीछे नौका में चढ़ जाओ |
पत्थर कर दी नारी राम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||30||
हो…
लाया एक कठौता पानी, चरण कमल धोए सुख मानी|
नाव चढ़ाए लक्ष्मण राम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||31||
हो…
उतराई में मुदरी दीनी , केवट ने यह विनती कीनी|
उतराई नही लूँगा राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||32||
हो…
तुम आए हम घाट उतारे , हम आएँगे घाट तुम्हारे|
तब तुम पार लगा लो राम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||33||
हो…
भारद्वाज आश्रम पर आए, राम लखन ने शीश नवाए,
एक रात कीना विश्राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||34||
हो…
भाई भरत अयोध्या आए, कैकेयी को कटु वचन सुनाए|
क्यों तुमने वन भेजे राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||35||
हो…
चित्रकूट रघुनंदन आए, वन को देख सिया सुख पाए|
मिले भरत से भाई राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||36||
हो…
अवधपुरी को चलिए भाई, ये सब कैकेयी की कुटिलाई|
तनिक दोष नही मेरा राम..,
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||37||
हो…
चरण पादुका तुम ले जाओ , पूजा कर दर्शन फल पाओ,
भरत को कंठ लगाए राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||38||
हो…
आगे चले राम रघुराया, निशाचरों का वंश मिटाया|
ऋषियों के हुए पूरन काम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||39||
हो…
अनुसूया की कुटिया आए, दिव्य वस्त्र सिय मा ने पाए|
था मुनि अत्रि का वह धाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||40||
हो…
मुनि स्थान आए रघुराई , सुर्पणखा की नाक कटाई|
खर दूषण को मारे राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||41||
हो…
पंचवटी रघुनंदन आए, कनक मृग मारीच संग धाये|
लक्ष्मण तुम्हे बुलाते राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||42||
हो…
रावण साधु भेष में आया, भूख ने मुझको बहुत सताया|
भिक्षा दो यह धर्म का काम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||43||
हो…
भिक्षा लेकर सीता आई, हाथ पकड़ रथ में बैठाई|
सूनी कुटिया देखी राम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||44||
हो…
धरनी गिरे राम रघुराई , सीता के बिन व्याकुलताई |
हे प्रिय सीते सीते राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||45||
हो…
लक्ष्मण सीता छोड़ नही आते, जनकदुलारी नही गवाँते|
बने बनाए बिगड़े काम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||46||
हो…
कोमल बदन सुहासिनी सीते, तुम बिन व्यर्थ रहेंगे जीते|
लगे चाँदनी जैसे घाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||47||
हो…
सुन री मैंना सुन रे तोता, मैं भी पँखो वाला होता,
वन वन लेता ढूँढ तमाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||48||
हो…
श्यामा हिरनि तू ही बता दे, जनक नंदिनी मुझे मिला दे|
तेरे जैसी आँखें श्याम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||49||
हो…
वन-वन ढूँढ रहे रघुराई , जनक दुलारी कहीं ना पाई|
गिद्ध राज ने किया प्रणाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||50||
हो…
चख-चख कर फल शबरी लाई, प्रेम सहित पाए रघुराई|
ऐसे मीठे नही हैं आम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||51||
हो…
विप्ररूप धरी हनुमत आए, चरण कमल में शीश नवाए|
कंधे पर बैठाए राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||52||
हो…
सुग्रीव से करी मिलाई , अपनी सारी कथा सुनाई|
बाली पहुँचाया निज धाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||53||
हो…
सिंहासन सुग्रीव बिठाया , मन में वह अति हरषाया |
वर्षा ऋतु आई हे राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||54||
हो…
हे भाई लक्ष्मण तुम जाओ, वानरपति को यूँ समझाओ|
सीता बिन व्याकुल हैं राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||55||
हो…
देश-देश वानर भिजवाए , सागर के सब तट पर आए|
सहते भूख प्यास और घाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||56||
हो…
संपाती ने पता बताया, सीता को रावण ले आया|
सागर कूद गये हनुमान…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||57||
हो…
कोने-कोने पता लगाया, भगत विभीषण का घर पाया|
हनुमान ने किया प्रणाम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||58||
हो…
अशोक वाटिका हनुमत आए, वृक्ष तले सीता को पाए|
आँसू बरसे आठो याम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||59||
हो…
रावण संग निशाचर लाके , सीता को बोला समझाके|
मेरी ओर तुम देखो वाम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||60||
हो…
मंदोदरी बना दूं दासी, सब सेवा में लंकवासी|
करो भवन चलकर विश्राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||61||
हो…
चाहे मस्तक कटे हमारा, मैं नही देखूं वदन तुम्हारा|
मेरे तन मन धन हैं राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||62||
हो…
उपर से मुद्रिका गिराई, सीताजी ने कंठ लगाई|
हनुमान ने किया प्रणाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||63||
हो…
मुझको भेजा है रघुराया, सागर कूद यहाँ मैं आया|
मैं हूँ रामदास हनुमान…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||64||
हो…
भूख लगी फल खाना चाहूं, जो माता की आज्ञा पाउ|
सबके स्वामी हैं श्रीराम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||65||
हो…
सावधान होकर फल खाना, रखवालों को भूल ना जान|
निशाचरो का है यह धाम..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||66||
हो…
श्री हनुमत ने वृक्ष उखाड़े, देख देख माली ललकारे|
मार मार पहुँचाए धाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||67||
हो…
अक्षय कुमार को स्वर्ग पहुँचाया, इंद्रजीत फाँसी ले आया|
ब्रह्म पाश से बँधे हनुमान…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||68||
हो…
सीता को तुम लौटा दीजो , उनसे क्षमा याचना कीजो|
तीन लोक के स्वामी राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||69||
हो…
भगत विभीषण ने समझाया, रावण ने उसको धमकाया|
सन्मुख देख रहे हनुमान…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||70||
हो…
रूई तेल घृत वसन मंगाई, पूंछ बाँधकर आग लगाई…
पूंछ घुमाई हैं हनुमान..
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||71||
हो…
सब लंका में आग लगाई, सागर में जा आग बुझाई|
हृदय कमल में राखे राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||72||
हो…
सागर कूद लौट कर आए, समाचार रघुवर ने पाए|
जो माँगा सो दिया इनाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||73||
हो…
वानर रीछ संग में लाए, लक्ष्मण सहित सिंधु तट आए|
लगे सुखाने सागर राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||74||
हो…
सेतु कपि नल-नील बनावे, राम राम लिख शिला तिरावें|
लंका पहुँचे राजा राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||75||
हो…
अंगद चल लंका में आया, सभा बीच में पाँव जमाया|
बालीपुत्र महाबलधाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||76||
हो…
रावण पाँव हटाने आया, अंगद ने फिर पाँव उठाया|
क्षमा करें तुझको श्रीराम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||77||
हो…
निशाचरों की सेना आई, गरज-गरज के हुई लड़ाई|
वानर बोलें जय सियाराम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||78||
हो…
इंद्रजीत ने शक्ति चलाई, धरनी गिरे लखन मुरझाई|
चिंता करके रोए राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||79||
हो…
जब मैं अवधपुरी से आया, हाय पिता ने प्राण गँवाया|
वन में चुराई गयी भाम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||80||
हो…
भाई तुमने भी छिटकाया जीवन में कुछ सुख नही पाया|
सेना में भारी कोहराम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||81||
हो…
जो संजीवनी बूटी लाए, तो भाई जीवित हो जाए|
बूटी लाएगा हनुमान…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||82||
हो…
जब बूटी का पता ना पाया, पर्वत ही ले करके आया|
कालनेम पहुँचाया धाम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||83||
हो…
भक्त भरत ने बाण चलाया, चोट लगी हनुमत लंगड़ाया|
मुख से बोले जय सियाराम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||84||
हो…
बोले भरत बहुत पछता कर, पर्वत सहित बाण बैठकर,
तुम्हे मिला दूं राजा राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||85||
हो…
बूटी लेकर हनुमत आया, लखनलाल उठ शीश नवाया,
हनुमत कंठ लगाए राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||86||
हो…
कुम्भ्करण उठकर तब आया, एक बाण से उसे गिराया,
इंद्रजीत पहुँचाया धाम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||87||
हो…
दुर्गा पूजन रावण कीनो, नौ दिन तक आहार ना लीनो|
आसन बैठ किया है ध्यान….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||88||
हो…
रावण का व्रत खंडित कीना, परमधाम पहुँचा ही दीना|
वानर बोले जय सियाराम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||89||
हो…
सीता ने हरि दर्शन कीना,चिंता शोक सभी तज दीना|
हंसकर बोले राजा राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||90||
हो…
पहले अग्नि परीक्षा पाओ, पीछे हमारे निकट आओ |
तुम हो पतिव्रता हे वाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||91||
हो…
करि परीक्षा कंठ लगाई, सब वानर सेना हर्षाई |
राज्य विभीषण दीना राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||92||
हो…
फिर पुष्पक विमान माँगाया, सीता सहित बैठे रघुराया|
दंडक वन में उतरे राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||93||
हो…
ऋषिवर सुन दर्शन को आए, स्तुति कर वो मन में हरषाए |
तब गंगा तट आए राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||94||
हो…
नंदी ग्राम पवनसुत आए, भगत भरत को वचन सुनाए|
लंका से आए हैं राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||95||
हो…
कहो विप्र तुम कहाँ से आए , ऐसे मीठे वचन सुनाए|
मुझे मिला दो भैया राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||96||
हो…
अवधपुरी रघुनंदन आए, मंदिर-मंदिर मंगल छाये |
माताओं को किया प्रणाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||97||
हो…
भाई भरत को गले लगाया, सिंहासन बैठे रघुराया|
जग ने कहा है राजा राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||98||
हो…
सब भूमि विप्रो को दीनी, विप्रो ने वापस दे दीनी|
हम तो भजन करेंगे राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||99||
हो…
धोबी ने धोबन धमकाई, रामचंद्र ने यह सुन पाई|
वन में सीता भेजी राम….
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||100||
हो…
वाल्मीकि आश्रम में आई, लव व कुश होये दो भाई|
धीर वीर ज्ञानी बलवान…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||101||
हो…
अश्वमेध यज्ञ कीना राम, सीता बिन सूने सब काम|
लव कुश वहाँ दियो पहचान…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||102||
हो…
सीता राम बिना अकुलाई, भूमि से यह विनय सुनाई|
मुझको अब दीजो विश्राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||103||
हो…
सीता भूमि माई समाई, देखके चिंता की रघुराई|
बार बार पछताए राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||104||
हो…
राम राज में सब सुख पावें, प्रेम मगन हो हरि गुण गावें|
दुख कलेश का रहा ना नाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||105||
हो…
ग्यारह हज़ार वर्ष पर्यंता , राज कीन्ह श्री लक्ष्मीकांता |
फिर बैकुंठ पधारे राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||106||
हो…
अवधपुरी वैकुंठ सिधाई, नर नारी सबने गति पाई|
शरणागति प्रतिपालक राम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||107||
हो…
सब भक्तों ने लीला गाइ, मेरी भी विनय सुनो रघुराई|
भूलूँ नहीं तुम्हारा नाम…
राम सिया राम सिया राम जय जय राम…………………||108||
Ramayan Manka 108 Lyrics in English :
Lyrics in English alphabets for the convenience of those devotees who are not Indian and not fluent with Hindi letters::
Ho…
Mangal bhavan amangal hari, dravahu sudashrath ajir bihari||
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram-2
Hari anant Hari katha ananta, kahahi sunahi bahu vidhi sab santa||
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram-2
Ho…
Bheer padi jabe bhakt pukare , door karo prabhu dukh hamare|
Dasharath ke ghar janme Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||1||
Ho…
Vishwamitra Munishwar aaye, Dasharath bhoop se vachan sunaye,
Sang mein bheje Lakshman Ram …
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||2||
Ho…
Van mein jaay Tadaka mari, charan chhuaay Ahilya Tari,
Rishiyon ke dukh harate Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||3||
Ho…
Janakpuri Raghunandan aaye, Nagar nivasi darshan paaye,
Sita ke man bhaaye Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||4||
Ho…
Raghunandan ne dhanush chadhaya , sab rajon ka maan ghataya,
Site ne var paaye Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||5||
Ho…
Parashuram krodhit ho aaye, dusht bhoop man mein harshaaye,
Janakrai ne kiya pranam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||6||
Ho…
Bole Lakhan suno muni gyani, sant nahi hote abhimani,
Meethi vani bole Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||7||
Ho…
Lakshman vachan dhyan mat deejo, jo kuchh dand das ko deejo,
Dhanush tudaiya main hoon Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||8||
Ho…
Lekarke yah dhanush chadhao, apani shakti mujhe dikhao,
Chhuvat chap chadhaye Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||9||
Ho…
Huyi Urmila Lakhan ki nari, Shrutikirti Ripusudan piyari,
Huyi Mandavi Bharat ke vam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||10||
Ho…
Awadhpuri Raghunandan aaye, ghar-ghar nari mangal gaave,
Barah varsh bitaye Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||11||
Ho…
Guru Vashishth se agya leeni, Rajtilak taiyari keeni,
Kal ko Raja honge Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||12||
Ho…
Kutil Manthara ne bahakai, Kaikeyi ne yah baat sunai,
De do mere do varadan…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||13||
Ho…
Meri Vinati tum sun lijo, Bharat putra ko gaddi dijo,
Hot prat van bhejo Ram ..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||14||
Ho..
Dharani gire bhoop tatkala, laga hriday shool vishala,
Tab Sumant bulvaye Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||15||
Ho…
Ram pita ko sheesh navaye, mukh se vachan kaha nahi jaaye,
Kaikeyi vachan suniyo Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||16||
Ho…
Raja ke tum pran piyare, inke dukh haroge saare,
Ab tum van mein jaao Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||17||
Ho…
Van mein chaudah varsh bitao, Raghukul neeti apnao,
Aage ichha teri Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||18||
Ho…
Sunat vachan Raghav harshaye, Mataji ke mandir aaye,
Charan kamal mein kiya pranam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||19||
Ho…
Mataji main to van jaaun, chaudah varsh baad fir aaun,
Charan kamal dekhoon sukh dhaam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||20||
Ho…
Suni shool sam jab yah vani, bhu par giri Kaushalya Rani,
Dheeraj bandha rahe Shri Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||21||
Ho…
Sitaji jab yah sun payin, Rangmahal se neeche aayin,
Kaushalya ko kiya pranam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||22||
Ho…
Meri chook kshama kar deejo, van jaane ki agya deejo,
Sita ko samjhate Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||23||
Ho…
Meri seekh Siya sun leejo, Saas-Sasur ki seva keejo,
Mujhako bhi hoga vishram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||24||
Ho…
Mera dosh bata Prabhu deejo, sang mujhe seva mein leejo,
Ardhangini tumhari Ram,
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||25||
Ho…
Samachar suni Lakshman aaye, dahnush baan sang param suhaye,
Bole sang chalunga Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||26||
Ho…
Ram Lakhan Mithileshkumari, van jaane ki kari taiyari,
Rath mein baith gaye sukhdham..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||27||
Ho…
Awadhpuri ke sab nar nari, samachar sun vyakul bhari,
Macha Awadh mein ati kohram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||28||
Ho…
Shringverpur Raghuvar aaye, rath ko Awadhpuri lautaye,
Ganga tat par aaye Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||29||
Ho..
Kevat kahe charan dhulwao , peechhe nauka mein chadh jaao,
Patthar kar di nari Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||30||
Ho..
Laya ek kathauta pani, charan kamal dhoye sukh mani,
Naav chadhaye Lakshman Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||31||
Ho..
Utarai men mudari deeni, Kevat ne yah vinati keeni,
Utarai nahi loonga Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||32||
Ho..
Tum aaye ham ghaat utare, ham aayenge ghat tumhare,
Tab tum par laga lo Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||33||
Ho..
Bharadwaj ashram aaye, Ram Lakhan ne sheesh navaye,
Ek rat keena vishram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||34||
Ho..
Bhai bharat Ayodhya aaye, Kaikeyi ko katu vachan sunaye,
Kyon tumane van bheje Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||35||
Ho..
Citrakoot Raghunandan aaye, van ko dekh Siya sukh paaye,
Mile Bharat se bhai Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||36||
Ho..
Awadhpuri ko chaliye bhai, ye sab Kaikeyi ki kutilai,
Tanik dosh nahi mera Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||37||
Ho..
Charan paduka tum le jaao, pooja kar darshan fal paao,
Bharat ko kanth lagaye Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||38||
Ho..
Aage chale Ram Raghuraya, Nishacharon ka vansh mitaya,
Rishiyon ke huye pooran kaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||39||
Ho..
Anusuya ki kutiya aaye, divya vastra Siya maa ne paaye,
Tha muni Atri ka vah dhaam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||40||
Ho..
Muni sthan aaye Raghurai, Surpnakha ki naak katayi,
Khar dushan ko maare Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||41||
Ho..
Panchavati Raghunandan aaye, kanak mrig Marich sang dhaye,
Lakshman tumhe bulate Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||42||
Ho..
Ravan sadhu bhesh mein aaya, bhookh ne mujhako bahut sataya,
Bhiksha do yah dharm ka kaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||43||
Ho..
Bhiksha lekar Sita aayi, haath pakadke rath mein baithayi,
Sooni kutiya dekhi Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||44||
Ho…
Dharani gire Ram Raghurai Sita ke bin vyakultai,
he priy Site Site Ram
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||45||
Ho…
Lakshman Sita chhod nahi aate, Janakdulari nahi gavante
bane banaye bigade kam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||46||
Ho…
Komal badan suhasini Site, tum bin vyarth rahene jeete,
Lage chandani jaise ghaam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||47||
Ho…
Sun ri maina, sun re tota, main bhi pankhon wala hota
Van van leta dhoondh tamam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||48||
Ho…
Shyama hirani tu hi bata de, Janaknandini mujhe mila de
Tere jaisi aankhein shyam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||49||
Ho…
Van van dhoondh rahe Raghurai , Janakdulari kahin na payi
Giddharaj ne kiya pranam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||50||
Ho…
Chakh chakh kar fal shabari layi, prem sahit paye Raghurai
Aise meethe nahi hain aam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||51||
Ho…
Vipraroop dhari hanumat aaye, charan kamal mein sheesh navaye
Kandhe par baithaye ram….
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||52||
Ho…
Sugreev se kari milai, apani sari katha sunayi
Bali pahunchaya nij dhaam….
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||53||
Ho…
Sinhasan Sugreev bithaya, man mein vah ati harshaya
Varsha ritu aayi he Ram….
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||54||
Ho…
He bhai Lakshman tum jaao, vanarapati ko yun samjhao
Sita bin vyakul hain Ram….
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||55||
Ho…
Desh desh vanar bhijvaye , sagar ke sab tat par aaye,
Sahate bhookh pyas aur ghaam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||56||
Ho…
Sampati ne pata bataya, Sita ko ravan le aaya
Sagar kood gaye Hanuman…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||57||
Ho…
Kone kone pata lagaya, bhagat Vibhishan ka ghar paya
Hanuman ne kiya pranam
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||58||
Ho …
Ashok vatika Hanumat aaye,vriksh tale Sita ko paaye,
Aansoo barase aatho yaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||59||
Ho …
Ravan sang nishichar lake, Sita ko bola samahake,
Meri or tum dekho vaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||60||
Ho …
Mandodari bana doon dasi, sab seva mein Lankavasi,
Karo bhavan chalkar vishram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||61||
Ho …
Chahe mastak kate hamara, nahi dekhoon vadan tumhara,
Mere tan man dhan hain Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||62||
Ho …
Upar se mudrika girayi, Sitaji ne kanth lagayi,
Hanuman ne kiya pranam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||63||
Ho …
Mujhako bheja hai Raghuraya, sagar kood yahan main aaya,
Main hoon Ramdas Hanuman…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||64||
Ho …
Bhookh lagi fal khana chahun, jo mata ki agya paaun,
Sabke swami hain ShriRam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||65||
Ho …
Savadhan hokar fal khana, rakhwalon ko bhool na jaana,
Nishacharon ka hai yah dhaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||66||
Ho …
Shri Hanumat ne vriksh ukhade, dekh dekh mali lalkare,
Mar mar pahunchaye dhaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||67||
Ho …
Akshay Kumar ko swarg pahunchaya, Indrajeet fansi le aaya,
Brahmpash se bandhe Hanuman..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||68||
Ho …
Seeta ko tum lauta deejo, unse kshama yachana keejo,
Teeno lok ke swami Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||69||
Ho …
Bhagat Vibhishan ne samajhaya, Ravan ne usko dhamkaya.
Sanmukh dekh rahe Hanuman
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||70||
Ho …
Rui Tel ghrit vasan mangayi, poonchh bandhkar aag lagayi,
Poonchh ghumayi hai Hanuman..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||71||
Ho …
Sab Lanka mein aag lagayi, Sagar mein jaa aag bujhayi,
Hriday kamal mein raakhe Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||72||
Ho …
Sagar kood lautkar aaye, samachar Raghuvar ne paaye,
Jo manga so diya inaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||73||
Ho …
Vanar reechh sang mein laaye, Lakshman sahit sindhu tat aaye,
Lage sukhane sagar Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||74||
Ho…
Setu Kapi Nal Neel banavein, Ram Ram likh shila tiravein,
Lanka pahunche Raja Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||75||
Ho …
Angad chala sabha mein aaya, sabha beech mein panv jamaya,
Baliputra mahabaldham…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||76||
Ho …
Ravan panv hatane aaya, Angad ne fir paanv uthaya,
Kshama karein tujhako Shri Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||77||
Ho …
Nishacharon ki sena aayi, garaj garaj ke huyi ladai,
Vanar bolein Jai Siya Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||78||
Ho …
Indrajit ne skhakti chalayi, dharani gire Lakhan murjhai,
Chinta karke roye Ram,
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||79||
Ho …
Jab main Awadhpuri se aaya, haay pita ne pran ganvaya,
Van mein churayi gayi bham..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||80||
Ho …
Bhai tumne bhi chhitkaya, jeevan mein kuchh sukh nahi paya,
Sena mein bhaari Kohram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||81||
Ho …
Jo Sanjeevani booti laaye, to bhai jeevit ho jaaye,
Booti layega Hanuman..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||82||
Ho …
Jab booti ka pata na paaya, parvat hi lekarke aaya,
Kaalnem pahunchaya dhaam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||83||
Ho …
Bhakt Bharat ne baan chalaya, chot lagi Hanumat langadaya,
Mukh se bole Jai Siyaram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||84||
Ho …
Bole Bharat bahut pachhatakar, parvat sahit baan baithakar,
Tumhe mila doon Raja Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||85||
Ho …
Booti lekar Hanumat aaya, Lakhanlal uth sheesh navaya,
Hanumat kanth lagaye Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||86||
Ho …
Kumbhkaran uthkar tab aaya, ek baan se use giraya,
Indrajit pahunchaya dhaam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||87||
Ho …
Durga pooja Ravan keeno, nau din tak ahar na leeno,
Asan baith kiya hai dhyan..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||88||
Ho …
Ravan ka vrat khandit keena, Paramdham pahuncha hi deena,
Vanar bole Jai SiyaRam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||89||
Ho…
Sita ne Hari darshan kinha,chinta shok sabhi taj deenha,
Hanskar bole Raja Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||90||
Ho…
Pahale agni pariksha pao, peechhe hamare nikat aao,
Tum ho pativrata he vaam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||91||
Ho…
Kari pariksha kantha lagai, sab vanar sena harshai,
Rajya Vibhishan deenha Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||92||
Ho…
Fir Pushpak viman mangaya, Sita sahit baithe Raghuraya,
Dandak van mein utare Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||93||
Ho…
Rishivar sun darshan ko aaye, stuti kar vo man mein harshaye,
Tab Ganga Tat aaye Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||94||
Ho…
Nandigram Pavansut aaye, Bhagat Bharat ko vachan sunaye,
Lanka se aaye hain Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||95||
Ho…
Kaho vipra kahan se aaye, aise meethe vachan sunaye,
Mujhe mila do Bhaiya Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||96||
Ho…
Awadhpuri Raghunandan aaye, mandir mandir mangal chhaye,
Mataon ko kiya pranam…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||97||
Ho…
Bhai Bharat ko gale lagaya, sinhasan baithe Raghuraya,
Jag ne kaha hai Raja Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||98||
Ho…
Sab bhoomi vipron ko deeni, vipron ne vapas kar deeni,
Ham to bhajan karenge Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||99||
Ho…
Dhobi ne dhoban dhamkai, Ramchandra ne yah sun paai,
Van mein Sita bheji Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||100||
Ho…
Valmiki ashram mein aayin , Lav Kush hoye do bhai,
Dheer veer gyani balwan,…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||101||
Ho…
Ashwamedh yagya keena Ram, Seeta bin soone sab kaam,
Lav Kush vahan diyo pahachan…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||102||
Ho…
Sita Ram bin akulai, bhoomi se yah vinay sunai,
Mujhako ab deejo vishram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||103||
Ho…
Sita Bhoomi mai samai, dekhke chinta ki Raghurai,
Bar bar pachhataye Ram…
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||104||
Ho…
Ram Raj mein sab sukh paavein, prem magan ho Hari gun gaavein,
Dukh kalesh ka raha na naam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||105||
Ho…
Gyarah hazar varsh paryanta, Raj keenh Shri Lakshmikanta,
Fir Baikunth padhare Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||106||
Ho…
Awadhpuri vaikunth sidhayi, nar nari sabne gati paayi,
Sharanagati pratipalak Ram..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||107||
Ho…
Sab bhakton ne leela gaayi, Meri bhi vinay suno Raghurai,
Bhooloon nahi tumhara naam..
Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram………………………………||108||
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