लव जिहाद(love jihad) को रोकने का सबसे कारगर उपाय है ” वराह पूजा “
लव जिहाद क्या है?
लव जिहाद भारत में मुस्लिम समुदाय द्वारा देश के इस्लामीकरण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा सबसे खतरनाक हथियार है। सार्वजनिक तौर पर मुस्लिम भाईचारे की बात की जाती है लेकिन यह सच है कि पूरा मुस्लिम समुदाय हिन्दू लडकियों को लव जिहाद के जरिए मुसलमान बना रहा है।लव जिहाद में मुस्लिम युवक किसी गैर मुस्लिम लड़की से अपनी पहचान छुपाके ,उससे प्यार ,इश्क़, मोहब्बत करे और फिर इसके बाद उससे शादी करके इस्लाम कबूल करवा ले।
शादी के लिए ये लड़की के साथ बिताये अंतरंग क्षणों का वीडियो बनाके उसे ब्लैकमेल करने से भी नहीं हिचकते। बाद में लड़की को बरगलाके या शादी के बाद दबाव डालकर उसे इस्लाम कबूल करवाते हैं। कई मामलों में बाद में लड़कियों को वेश्यावृत्ति के धंधों में भी जाने को मजबूर किया जाता है। इसमें प्रायः जिहादी के सारे परिवार का सहयोग होता है।
लव जिहाद कैसे होता है?
लव जिहाद के अधिकतर मामलों में यह देखा गया है कि लड़के पहले तो किसी न किसी बहाने से लड़की से दोस्ती करते है, फिर धीमे धीमे दोस्ती को और बढ़ाते है कभी कोई अपने साथ हुई “दुःख भरी घटना सुनाकर”, कभी लड़की की मदद के लिए हर समय तुरंत तैयार होना ऐसे करके वह लड़की का भरोसा जीतते है, फिर निजी जिंदगी के बारे में बातचीत कर लड़की से नजदीकी? और बढ़ाने लगते हैं।
इतना होने के बाद फिर लड़के हल्के फुल्के 18+ चुटकुले मारने लगते हैं लड़की के साथ क्योंकि तब तक लड़की से दोस्ती इतनी बढ़ चुकी होती है कि लड़की भी बुरा नही मानती फिर धीमे धीमे इसका स्तर और बढ़ने लगता है और फिर लड़के लड़कियों से अंतरंग बातें करने लगते है। इस तरह से भावनात्मक तरीके से लड़की को पूरी तरह अपने कब्जें में ले लेते है ।
लव जिहाद का शिकार हिन्दू ही क्यों ?
आज का शहरी हिन्दू आधुनिकता के दिखावे में पूजा पाठ और मंदिरों से दूर हो गया है। वहीँ जिहादी दिन में ५ बार गला फाड़ कर अपनी आसुरी शक्तियों का आवाहन करते हैं। परिणाम स्वरुप जहाँ आपका सुरक्षा कवच पूजा पाठ न करने व मंदिर न जाने की वजह से कमजोर होता जाता हैं वहीँ इन आसुरी शक्तियों को आप और आपके परिवार पर विशेष रूप से परिवार की युवा बच्चियों पर सूक्ष्म रूप से आक्रमण करने का अवसर मिल जाता है। चौंकिए नहीं आज के समाज में ये वशीकरण,टोने टोटके वाले खूब फल फूल रहे हैं। वशीकरण,सम्मोहन , उच्चाटन आदि प्रयोगों में अभिमंत्रित खिलाने -पिलाने की वस्तुओं से लेकर , इस्तेमाल किये हुए वस्त्र आदि और तस्वीर आदि का खूब प्रयोग होता है।
सोशल मीडिया के इस ज़माने में हमारी बहन बेटियां भी जाने अनजाने लोगों का फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करती हैं और धड़ल्ले से अपनी तस्व्वीरें सबके साथ शेयर करतीं हैं। इन तस्वीरों का इस्तेमाल जिहादी धूर्त फेक आई डी बनाने से ले कर वशीकरण आदि में आसानी से कर सकते हैं।
अब आप कहाँ तक चेक करेंगे। इसलिए अपना और अपने परिवार का सुरक्षा कवच मजबूत बनाइये। नियमित पूजा पाठ करिये और मंदिर भी जाया करें। तंत्र मन्त्र के काट के लिए वराह के टोटके का भी आश्रय अवश्य लें।
कुछ दशक पहले तक गावों में माताएं अपने नवजात शिशुओं और बालकों को वराह (शूकर/सूअर) दन्त गले में धागे से पहनाती थीं। यह बालक तो ऊपरी हवाओं और टोने टोटके से रक्षा करता था। सोचिये जब मामूली टोटके में वाराह दन्त से इतना असर होता है तो विधि विधान से भगवान वराह की पूजा कर उपाय करने पर कितना फल होगा।
भगवान वराह का अवतार हिरण्याक्ष को मारने की लिए हुआ था जब उसने पृथ्वी को कारण समुद्र में छिपा दिया था। आज फिर धरती पर म्लेच्छों का संकट गहराया हुआ है और इनके कुप्रभाव से सभी समाज के लोग त्रस्त हैं। ऐसे में भगवान वराह की नियमित पूजा अवश्य ही आपको आसन्न संकट से रक्षा करेगी।
आसुरी शक्तियां वराह स्वरुप से घृणा करते हैं
श्रीहरि का क्या महत्व है, इसका उदाहरण आपको प्रत्यक्ष ही देता हूँ । वराह अवतार में भगवान श्री हरि ने हिरण्याक्ष असुर का वध किया था। आज भी आसुरी शक्तियां वराह स्वरुप से घृणा करते हैं क्योंकि उनके आगे उनका तंत्र असफल हो जाता है। जहाँ भगवान वराह की शक्तियां सक्रिय होंगी वहां जिहादी आतताइयों को अवश्य मात खानी होगी।
आपको असल युद्ध समझ लेना चाहिए की असुर केवल श्रीहरि के नाम से भय खाते है, ओर उन्ही के नाम को मिटाकर अपना भय दूर करना चाहते है । मैं दावे से कहता हूं, आधे हिन्दू भी एक माला श्री हरि श्रीहरि की एक वर्ष तक जाप कर लेते है, तो भारत क्या, अमेरिका तक हिन्दू राष्ट्र बन जायेगा । केवल हरि की शरण मे जाने की देर है ।
लव जिहाद कैसे रोकें
अब आता हूँ मै लव जिहाद(love jihad) के मुद्दे पर ।। हम सोचते है की हिन्दू बच्चियां अज्ञानतावनश म्लेच्छों का शिकार हो जाती है, यह बात सरासर गलत है ।हालाँकि इसमें हमारी एक गलत सामाजिक सोच कि ‘सब धर्म समान हैं’ कि शिक्षा भी उतनी ही जिम्मेदार है। अगर धर्म सामान होते तो इस्लाम के न मानने वालों को क़त्ल करने का हुक्म न होता। लव-जिहाद के लिए तंत्र का भी उपयोग होता है और उस तंत्र की एक मात्र काट वराह देव की मूर्ति तथा दांत है।
जिसके पास वराह का दंत हो, उसपर बिकराल से विकराल तंत्र का भी कोई असर नही होता, लव जिहाद तो चीज ही क्या है ।
अगर किसी गांव में एक भी वराह मंदिर हो, ओर उस मंदिर में वराहदेव की मूर्ति हो, जिसपर जंगली वराह का असली दाँत लगा हो, वहां लव जिहाद, मल्लेछ गुंडागर्दी जैसी समश्या शत-प्रतिशत समाप्त हो जाएगी। क्योंकि मंदिर का प्रभाव आसपास के पूरे वातारवण को शुद्ध कर देगा, जो असुरो में अपने आप भय पैदा करेगा ।यह हमारा दावा है। प्राचीनकाल मे वराह मंदिर बहुत होते थे, इसका कारण यही था।
वाराह पूजा से रोके लव जिहाद
किसी भी छुपे हुए लव जिहादी को पहचानने के लिए उसे भगवान वराह की पूजा में सम्मिलित होने के लिए कहे। यदि वह हिचकता है या पूजा करने में आना कानि करता है तो समझ जाएँ की वह छुपा हुआ लव जिहादी है। तुरंत उससे सम्बन्ध समाप्त करके दूर चले जाएँ और अपने दूसरे दोस्तों को भी आगाह कर दें।
जिहादी आसुरी शक्तियों को को हरि के नाम से दिक्कत है । आप कम से कम 1000 से ज़्यादा हरिॐ लिखकर आसुरी शक्तियो के तमाचा मार सकते है ।
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Reference:
https://www.facebook.com/permalink.php?id=100360305143818&story_fbid=228126289033885
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हिंदू धर्म की रक्षा के लिए आप की पोस्ट काफी महत्वपूर्ण है इस से लव जिहाद
रोकने में काफी मदत मिलेगी
धन्यवाद केदार जी ! सनातन धर्म की सेवा के लिए ही हमारा सर्वदा प्रयास रहता है। और यह प्रयास जारी रहेगा।
जय जय श्री सीता राम