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श्री सूर्य देव की आरती|Bhagwan Shri Surya Dev Aarti

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भगवान श्री सूर्य देव की आरती 2- ॐ जय सूर्य भगवान

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।
जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।
धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी। तुम चार भुजाधारी।।
अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे। तुम हो देव महान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते। सब तब दर्शन पाते।।
फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा। करे सब तब गुणगान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

संध्या में भुवनेश्वर अस्ताचल जाते। गोधन तब घर आते।।
गोधूलि बेला में, हर घर हर आंगन में। हो तव महिमा गान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।


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देव-दनुज नर-नारी, ऋषि-मुनिवर भजते। आदित्य हृदय जपते।।
स्तोत्र ये मंगलकारी, इसकी है रचना न्यारी। दे नव जीवनदान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

तुम हो त्रिकाल रचयिता, तुम जग के आधार। महिमा तब अपरम्पार।।
प्राणों का सिंचन करके भक्तों को अपने देते। बल, बुद्धि और ज्ञान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

भूचर जलचर खेचर, सबके हों प्राण तुम्हीं। सब जीवों के प्राण तुम्हीं।।
वेद-पुराण बखाने, धर्म सभी तुम्हें माने। तुम ही सर्वशक्तिमान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

पूजन करतीं दिशाएं, पूजे दश दिक्पाल। तुम भुवनों के प्रतिपाल।।
ऋतुएं तुम्हारी दासी, तुम शाश्वत अविनाशी। शुभकारी अंशुमान।।
।।ॐ जय सूर्य भगवान।।

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।
जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।स्वरूपा।।
धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।।

।।इति श्री सूर्य देव की आरती समाप्त।।

भगवान श्री जगत के पालक हैं। इसीलिए उन्हें सूर्य नारायण कहकर भगवान विष्णु का ही स्वरुप मन जाता है। इनकी उपासना से व्यक्तित्व निखरता है, आत्मविश्वास जगता है और यश प्राप्त होता है। उनकी पूजा के उपरांत श्री सूर्य देव आरती (Shri Surya Dev Aarti) करने पर उत्तम फल प्राप्त होता है।

Bhagwan Shri Surya Dev Aarti-Om Jai Surya Bhagwan

Om Jai Surya Bhagwan l
Jai Ho Dinkar Bhagwan l
Jagat Ke Netra Swaroopa l
Tum Ho Triguna Swaroopa l
Dharata Sabahi Sab Dhyan ll
Om Jai Surya Bhagwan…

Sarathi Arun Hai Prabhu Tum l
Shweta Kamaladhari l
Tum Char Bhuja Dhari l
Ashwa Hai Saath Tumharey l
Koti Kirana Pasaarey l
Tum Ho Dev Mahan ll
Om Jai Surya Bhagwan…

Usha Kaal Mein Jab Tum l
Udaya Chal Aatey l
Tab Sab Darshan Paatey l
Phailaatey Ujiaara l
Jaagta Tab Jag Saara l
Karey Tab Sab Gun Gaan ll
Om Jai Surya Bhagwan…

Bhoochar Jalchar Khechar l
Sab Ke Ho Pran Tumhi l
Sab Jeevo Ke Pran Tumhi l
Ved Puraan Bhakhaaney l
Dharm Sabhi Tumhe Maaney l
Tum Hi Sarva Shaktimaan ll
Om Jai Surya Bhagwan…

Pujan Karti Vishayein l
Pujey Sab Ek Paar l
Tum Bhuvno Ke Pratipaal l
Rituyein Tumhari Daasi l
Tum Shashaka Avinashi l
Shubhkari Anshumaan ll
Om Jai Surya Bhagwan…

।।Thus Bhagwan Shri Surya Dev Aarti Ends।।

1.श्री सूर्य जी की आरती-1: आरती जय कश्यप-नन्दन
2.श्री सूर्य जी की आरती-2: आरती ॐ जय सूर्य भगवान
3.श्री सूर्य जी की आरती-3: आरती जय जय जय रविदेव

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