प्रेम पर कबीर के दोहे|Kabir Ke Dohe On Love
आगि आंचि सहना सुगम, सुगम खडग की धारनेह निबाहन ऐक रास, महा कठिन ब्यबहार। Aagi aanchi sahna sugam , sugam...
आगि आंचि सहना सुगम, सुगम खडग की धारनेह निबाहन ऐक रास, महा कठिन ब्यबहार। Aagi aanchi sahna sugam , sugam...