श्री बद्री विशाल की आरती-Badri Vishal ki Aarti
श्री बद्रीनाथ जी की आरती-श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्
पवन मंद सुगन्ध शीतल हेम मन्दिर शोभितम् ।
निकट गंगा बहत निर्मल श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्।।
शेष सुमरन करत निशदिन धरत ध्यान महेश्वर ।
श्रीवेद ब्रह्मा करत स्तुति श्री बद्री नाथ विश्वम्भरम् ।।
शक्ति गौरी गणेश शारद मुनि उच्चारणम् ।
जोग ध्यान अपार लीला श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्।।
इन्द्र चन्द्र कुबेर धुनिकर धूप दीप प्रकाशितम् ।
सिद्धि मुनिजन करत जै जै श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्।।
यक्ष कित्रर करत कौतुक ज्ञान गन्धर्व प्रकाशितम्।
श्री लक्ष्मीकमला चँवर डोलें श्री बद्री नाथ विश्वम्भरम्।।
कैलाश में एक देव निरंजन शैल शिखर महेश्वरम्
राजा युधिष्ठिर करत स्तुति श्रीबद्रीनाथ विश्वम्भरम् ।
कोटि तीरथ भवेत् पुण्यं प्राप्यते फलदायकम् ।।
।।इति श्री बद्री विशाल की आरती(Badri Vishal ki Aarti) समाप्त।।
बद्री विशाल पर बहुधा पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1.बद्रीनाथ किसका अवतार है?
A.बद्रीनाथ भगवान विष्णु का अवतार है?
Q2. बद्रीनाथ में कौन से भगवान की मूर्ति है?
A.भगवान बद्रीनाथ के मंदिर में भगवान विष्णु के स्वरुप बद्री विशाल (Badri Vishal) को पूजा जाता है। भगवान बद्री विशाल ध्यान मुद्रा में तपस्यारत है। माता लक्ष्मी उनके दाहिनी ओर सेवा में खड़ी हैं। उसी ओर नर व नारायण की भी मूर्तियां हैं तथा भूदेवी और श्री देवी का भी विग्रह है।प्रभु के बायीं ओर श्री गणेश, कुबेर , गरुड़ , उद्धव की भी मूर्तियां हैं। नारद जी का भी विग्रह प्रभु के समीप स्थित है। अन्य मूर्तियों को ले के कुल १५ मूर्तियां मंदिर में स्थापित हैं।
Q3. बद्री कौन हैं?
A. बद्री माता लक्ष्मी स्वयं है जब उन्होंने बद्री के वृक्ष का रूप लिया था भगवान विष्णु को छाया प्रदान करने के लिए।इस प्रकार बद्रीनाथ स्वयं भगवान विष्णु ही हैं।
1.चालीसा संग्रह -९०+ चालीसायें
2.आरती संग्रह -१००+ आरतियाँ
Dibhu.com is committed for quality content on Hinduism and Divya Bhumi Bharat. If you like our efforts please continue visiting and supporting us more often.😀
Tip us if you find our content helpful,
Companies, individuals, and direct publishers can place their ads here at reasonable rates for months, quarters, or years.contact-bizpalventures@gmail.com