हनुमानजी की दिव्य उधारी
रामजी लंका पर विजय प्राप्त करके आए तो, भगवान ने विभीषण जी, जामवंत जी, अंगद जी, सुग्रीव जी सब को अयोध्या से विदा किया। तो सब ने सोचा हनुमान जी को प्रभु बाद में बिदा करेंगे, …
हनुमानजी की दिव्य उधारी Read MoreBringing you closer to Hindu Indian roots
धर्म एवं परम्परा
रामजी लंका पर विजय प्राप्त करके आए तो, भगवान ने विभीषण जी, जामवंत जी, अंगद जी, सुग्रीव जी सब को अयोध्या से विदा किया। तो सब ने सोचा हनुमान जी को प्रभु बाद में बिदा करेंगे, …
हनुमानजी की दिव्य उधारी Read Moreदक्ष प्रजापति की सभी पुत्रियां गुणवती थीं। फिर भी दक्ष के मन में संतोष नहीं था। वे चाहते थे उनके घर में एक ऐसी पुत्री का जन्म हो, जो सर्व शक्ति-संपन्न हो एवं सर्वविजयिनी हो। अत: …
शिव और सती का प्रेम Read Moreआप सामान्य मानवीय प्रजनन प्रक्रिया की विभूति नहीं थे । आदि गुरु दत्तात्रेय जी महाराज ने स्वयं इस नाम और शरीर को धारण किया था , ताकि सोलहवीं शताब्दी की विभीषिका से इस धरा को संवारने …
अवधूत महाराज श्री कालू राम जी Read Moreश्रीरामरक्षा स्तोत्र -हिंदी अनुवाद श्रीरामरक्षा स्तोत्र सभी तरह की विपत्तियों से व्यक्ति की रक्षा करता है। इस स्तोत्र का पाठ करने से मनुष्य भय रहित हो जाता है। एक कथा है कि भगवान शंकर ने बुधकौशिक …
श्रीरामरक्षा स्तोत्र -हिंदी अनुवाद Read Moreश्री पाताल विजय हनुमान जी यह विश्व की ऐसी एकमात्र प्रतिमा हैं जहा सिर के बल खड़ी है हनुमानजी की प्रतिमा । यह अनोखा मंदिर मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के सांवेर में हैं, जो उलटे हनुमान …
श्री पाताल विजय हनुमान जी- सांवेर, इंदौर Read More धर्मो रक्षति रक्षितः