“रामायण” क्या है?
अगर कभी पढ़ो और समझो तो आंसुओ पे काबू रखना…… एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते...
अगर कभी पढ़ो और समझो तो आंसुओ पे काबू रखना…… एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते...
ये है वो छत्र जो अकबर ने माँ ज्वाला जी के मंदिर मैं चढ़ाया था, पर चढाते समय वो बोला...
सोमरस सोम के पौधे से प्राप्त रस था ये पौधा आज लगभग विलुप्त है। शराब पीने को सुरापान कहा जाता...
सुनों, मैं मणिकर्णिका हूं। समस्त मानव जाति को तारने वाली। मोक्षद्वार की पहली सीढ़ी हूं मैं। बिना किसी राग द्वेष...
'Masane Holi' as it is popularly called in Kashi, is played with the ashes from cremation pyre in Kashi Mahashashan...