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Savitri Saving Satyavan from Shri Yamadev

पतिव्रता सावित्री की कथा

सत्यवान शाल्व देश के राजा द्युमत्सेन के पुत्र थे। इनकी पत्नी सावित्री के पातिव्रत्य धर्म की कथा पुराणों में प्रसिद्ध है। इनके पिता अंधे होने के कारण राजगद्दी से उतार दिये गए थे। अत: परिवार सहित …

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Shir Shanidev ji ratharudh vicharan karate huye-featured

शनिवार व्रत कथा, विधि एवं फल

अग्नि पुराण के अनुसार शनि ग्रह की से मुक्ति के लिए “मूल” नक्षत्र युक्त शनिवार से आरंभ करके सात शनिवार शनिदेव की पूजा करनी चाहिए और व्रत करना चाहिए। शनिदेव व्रतकथा एक समय में स्वर्गलोक में सबसे …

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Shri Santoshi Mata

शुक्रवार व्रत कथा, विधि एवं फल

शुक्रवार के दिन माँ संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता है। इस पूजा के दौरान माता की आरती, पूजन तथा अंत में माता की कथा सुनी जाती है। आइए जानें! शुक्रवार के दिन की जाने वाली संतोषी …

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Shri Brihaspati deva

बृहस्पतिवार व्रत कथा, विधि एवं फल-2

॥ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा-2 ॥ प्राचीन काल में एक ब्राह्मण रहता था, वह बहुत निर्धन था। उसके कोई सन्तान नहीं थी। उसकी स्त्री बहुत मलीनता के साथ रहती थी। वह स्नान न करती, किसी देवता …

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Khoinchha-Parichhan at Vidaai

परिछन के समय खोइंछा भरने की परंपरा का महत्व

बिहार में बेटी की विदाई के समय उसके आंचल में खोइंछा दिया जाता है।खोइछा भरने के लिए पान, सुपारी, हल्दी, अक्षत, दूब, मिठाई (बताशे), सौभाग्य प्रतीक चूड़ी, कंघी, सिन्दूर, बिंदी,काजल,महावर, दर्पण आदि दिए जाते हैं। बिहार …

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