श्री शिव चालीसा
श्री शिव चालीसा ॥दोहा॥ श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ ॥चौपाई॥ जय गिरिजा पति...
श्री शिव चालीसा ॥दोहा॥ श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ ॥चौपाई॥ जय गिरिजा पति...
श्री विष्णु चालीसा-2 ||दोहा|| विष्णु सुनिए विनय, सेवक की चितलाय।कीरत कुछ वर्णन करूँ, दीजै ज्ञान बताय॥ ||चौपाई|| नमो विष्णु भगवान...
श्री कृष्ण चालीसा-1 ॥दोहा॥ बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम।अरुण अधर जनु बिम्बा फल, नयन कमल अभिराम॥ पूर्ण...
श्री राम चालीसा-1 (संत श्री हरिदास रचित) IIचौपाईII श्री रघुवीर भक्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥१॥निशिदिन ध्यान धरै जो...
श्री गणेश चालीसा ॥दोहा॥ जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल।विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥ ॥चौपाई॥ जय जय...