लकड़हारे का आनाज – बोध कथा
एक लकड़हारा रात-दिन लकड़ियां काटता, मगर कठोर परिश्रम के बावजूद उसे आधा पेट भोजन ही मिल पाता था। एक दिन उसकी मुलाकात एक साधु से हुई। लकड़हारे ने साधु से कहा कि जब भी आपकी प्रभु …
लकड़हारे का आनाज – बोध कथा Read MoreBringing you closer to Hindu Indian roots
एक लकड़हारा रात-दिन लकड़ियां काटता, मगर कठोर परिश्रम के बावजूद उसे आधा पेट भोजन ही मिल पाता था। एक दिन उसकी मुलाकात एक साधु से हुई। लकड़हारे ने साधु से कहा कि जब भी आपकी प्रभु …
लकड़हारे का आनाज – बोध कथा Read MoreThis children’s game is considered to have been created by the 13th century poet saint Gyandev. The British later named it Snakes and Ladders instead of the original Moksha Patam. In the original one hundred square …
Snakes and Ladders is Moksha Patam originally created by Saint Gyandev Read Moreअन्य नाम: इस व्रत को हलषष्ठी, हलछठ , हरछठ व्रत, चंदन छठ, तिनछठी, तिन्नी छठ, ललही छठ, कमर या खमर छठ श्रेष्ठ संतान की प्राप्ति और पुत्रों के दीर्घायु और सुख-सौभाग्य की कामना के लिए भाद्रपद …
संतान रक्षा एवं उसकी लम्बी आयु के लिए रखा जाने वाला हल षष्ठी व्रत Read Moreघाट एवं घाट स्थित किले का निर्माण पूर्व काशी नरेश बलवंत सिंह के द्वारा कराया गया था। घाट का नामकरण महाराजा प्रभु नारायण सिंह द्वारा अपने पूर्वज चेत नारायण सिंह के नाम पर किया गया। पूर्व …
चेतसिंह घाट- काशी के घाट Read More19वीं शताब्दी में घाट के दक्षिणी भाग का निर्माण नेपाल नरेश राणा शमशेर बहादुर ने तथा उत्तरी भाग का निर्माण ग्वालियर राजवंश के दीवान बालाजीनरसिंहराव शीतोले की पत्नी बालाबाई शितोले ने कराया था। ऐसी मान्यता है …
काशी के घाट – गायघाट Read More