श्री प्रेतराज चालीसा
श्री प्रेतराज चालीसा ॥दोहा॥ गणपति की कर वन्दना, गुरु चरणन चित लाए ।प्रेतराज जी का लिखूँ, चालीसा हरषाए ।जय जय...
श्री प्रेतराज चालीसा ॥दोहा॥ गणपति की कर वन्दना, गुरु चरणन चित लाए ।प्रेतराज जी का लिखूँ, चालीसा हरषाए ।जय जय...
माँ शाकंभरी (शाकुम्भरी) देवीचालीसा-2 ॥दोहा॥ दाहिने भीमा भ्रामरी अपनी छवि दिखाए।बाईं ओर शताक्षी नेत्रों को चैन दिलाये। भूरे देव महारानी...