Join Adsterra Banner By Dibhu

गणपति वंदना-श्री गणपति अथर्वशीर्ष

श्री गणपति अथर्वशीर्ष ॐ नमस्ते गणपतये।त्वमेव प्रत्यक्षं तत्वमसित्वमेव केवलं कर्ताऽ सित्वमेव केवलं धर्ताऽसित्वमेव केवलं हर्ताऽसित्वमेव सर्वं खल्विदं ब्रह्मासित्व साक्षादात्माऽसि नित्यम्।।1।। अर्थ: ॐकारापति भगवान गणपति को नमस्कार है। हे गणेश! तुम्हीं प्रत्यक्ष तत्व हो। तुम्हीं केवल कर्ता …

गणपति वंदना-श्री गणपति अथर्वशीर्ष Read More

बड़ा पापी कौन?

बड़ा पापी कौन ? एक बार एक संत के दो शिष्य उनसे मिलने जा रहे थे। पूरे दिन का सफर था। चलते-चलते रास्ते में एक नदी पड़ी। उन्होंने देखा कि उस नदी में एक स्त्री डूब …

बड़ा पापी कौन? Read More

मनोबल की श्रेष्ठता

एक राजा था । उसके पास एक हाथी था । राजा उस हाथी से बहुत प्रेम करता था । वह हाथी समस्त प्रजा का भी प्रिय था । उसकी प्रियता का कारण यह था कि उसमें …

मनोबल की श्रेष्ठता Read More