रामायण की प्रेम-परिभाषा
रामायण की प्रेम-परिभाषा खगपति गरुड़ ने प्रश्न किया—हे कागभुसुण्डि! आप मुझे धर्म का वह सरल स्वरूप समझायें जिसका अनुसरण कर...
रामायण की प्रेम-परिभाषा खगपति गरुड़ ने प्रश्न किया—हे कागभुसुण्डि! आप मुझे धर्म का वह सरल स्वरूप समझायें जिसका अनुसरण कर...
कलिजुग सम जुग आन नहिं..... कलिजुग सम जुग आन नहिं जौं नर कर बिस्वास। गाइ राम गुन गन बिमल भव...
हनुमान जी का अद्भुत पराक्रम ...
आप भी हो सकते हैं भगवान राम की तरह मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान विष्णु के दस अवतारों में से सातवां अवतार...
श्रीसंकटमोचन हनुमानाष्टक बाल समय रवि भक्ष लियो तब, तीनहुं लोक भयो अँधियारो । ताहि सों त्रास भयो जग को, यह...