अष्टांग योग
अष्टांग योग महर्षि पतंजलि ने योग के नियमों को सुत्रवत संकलित कर योगदर्शन नामक ग्रन्थ संसार को दिया है। जिसमे उन्होंने योग के अन्य प्रकल्पों के साथ-साथ अष्टांग योग का विस्तार से विवरण किया है। …
अष्टांग योग Read MoreBringing you closer to Hindu Indian roots
अष्टांग योग महर्षि पतंजलि ने योग के नियमों को सुत्रवत संकलित कर योगदर्शन नामक ग्रन्थ संसार को दिया है। जिसमे उन्होंने योग के अन्य प्रकल्पों के साथ-साथ अष्टांग योग का विस्तार से विवरण किया है। …
अष्टांग योग Read Moreसूर्यनमस्कार क्यों करना चाहिए ‘भारत’ शब्द का ही अर्थ है ‘प्रकाश की उपासना करनेवाला।’ भा अर्थात ‘प्रकाश’, रत अर्थात ‘में व्यस्त’। प्रकाश की उपासना भारतीय संस्कृति का वैज्ञानिक आधार है। हमारी सारी परम्पराएं वैज्ञानिक हैं। उसका …
सूर्यनमस्कार क्यों करना चाहिए Read Moreश्री हनुमानजी की अद्भुत शक्तियाँ “अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता,अस बर दीन्ह जानकी माता” अर्थात- हे हनुमंत लालजी! आप आठ सिद्धि और नौ निधियों के देने वाले हैं, आपको ऐसा वरदान माता सीताजी ने दिया …
श्री हनुमानजी की अद्भुत शक्तियाँ Read Moreचैत्र शुक्ल एकादशी- कामदा/फलदा एकादशी कामदा एकादशी जिसे फलदा एकादशी भी कहते हैं, श्री विष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है। इस व्रत के पुण्य से जीवात्मा को पाप से मुक्ति मिलती है। यह एकादशी कष्टों …
चैत्र शुक्ल- कामदा एकादशी| Chaitra Shukla-Kamada Ekadashi Read Moreपिताजी! कौआ (शिक्षाप्रद पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक था व्यापारी। उसके छ: सात साल का एक लड़का था। लड़का बहुत ही लाड़ला था और दिन भर बाप से कुछ न कुछ पूछता रहता था। वह रोज …
पिताजी! कौआ Read More