Join Adsterra Banner By Dibhu

धूर्त सियार की दुर्गति

धूर्त सियार की दुर्गति (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक था सियार। बदमाशों का सरदार। रोज़ एक किसान के झोंपड़े में घुसता, मटकी फोड़ता और मटकी में बना भात खाकर चला जाता। किसी तरह पकड़ में नहीं …

धूर्त सियार की दुर्गति Read More

मगरमच्छ और सियार

मगरमच्छ और सियार (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक थी नदी। उसमें एक मगर रहता था। एक बार गरमियों में नदी का पानी बिलकुल सूख गया। पानी की एक बूंद भी न बची। मगर की जान निकलने …

मगरमच्छ और सियार Read More

कंजूस दर्जी

कंजूस दरजी (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक था दर्जी, एक थी दर्जिन। दोनों बड़े  कंजूस थे। उनके घर कोई मेहमान आता, तो उन्हें लगता कि कोई आफत आ गई। एक बार उनके घर दो मेहमान आए। …

कंजूस दर्जी Read More

वीरचन्द बनिया की गवाही

वीरचन्द बनिया की गवाही (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक था बनिया। नाम था, वीरचन्द। गांव में रहता था। दुकान चलाता था और उससे अपना गुजर-बसर कर लेता था। गांव में काठियों और कोलियों के बीच झगड़े …

वीरचन्द बनिया की गवाही Read More