कालीमाता की आरती-मंगल की सेवा सुन मेरी देवा|Kali Mata ki Aarti
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा आरती मंगल की सेवा आरती लिखी हुई हिंदी में ‘मंगल’ की सेवा, सुन मेरी देवा, हाथ जोड़, तेरे द्वार खड़े।पान सुपारी, ध्वजा, नारियल,ले ज्वाला तेरी भेंट धरे॥मंगल की सेवा सुन …
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