श्री सन्तोषी माता जी की आरती-2
वरदान के भरे हैं भंडार, माँ के मंदिर मे ।
दीप धरो धूप करो, प्रेम सहित भक्ति करो।
जीवन सुधारो रे ॥
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वरदान के भरे हैं भंडार, माँ के मंदिर मे ।
दीप धरो धूप करो, प्रेम सहित भक्ति करो।
जीवन सुधारो रे ॥