श्री चित्रगुप्त जी की आरती
ॐ जय चित्रगुप्त हरे,स्वामी जय चित्रगुप्त हरे।
भक्त जनों के इच्छित,फल को पूर्ण करे॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…..॥
विघ्न विनाशक मंगलकर्ता,सन्तन सुखदायी।
भक्तन के प्रतिपालक,त्रिभुवन यश छायी॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…..॥
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आरती संग्रह
ॐ जय चित्रगुप्त हरे,स्वामी जय चित्रगुप्त हरे।
भक्त जनों के इच्छित,फल को पूर्ण करे॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…..॥
विघ्न विनाशक मंगलकर्ता,सन्तन सुखदायी।
भक्तन के प्रतिपालक,त्रिभुवन यश छायी॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…..॥
ॐ जय जय जय गिरिराज,स्वामी जय जय जय गिरिराज।
संकट में तुम राखौ,निज भक्तन की लाज॥
ॐ जय जय जय गिरिराज…..॥
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।
तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े,
तोपे चढ़े दूध की धार।
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।
भगवान श्री नरसिंह जी की आरती–2 आरती कीजै नरसिंह कुँवर की आरती कीजै नरसिंह कुँवर की।वेद विमल यश गाऊँ मेरे प्रभुजी॥पहली आरती प्रह्लाद उबारे।हिरणाकुश नख उदर विदारे॥ दूसरी आरती वामन सेवा।बलि के द्वार पधारे हरि देवा॥तीसरी …
श्री नरसिंह जी की आरती-2 Read Moreश्री शनिदेव जी की आरती–4 आरती जय जय शनि देव महाराज जय जय शनि देव महाराज, जन के संकट हरने वाले । तुम सूर्य पुत्र बलिधारी, भय मानत दुनिया सारी ।साधत हो दुर्लभ काज ॥ तुम धर्मराज …
श्री शनिदेव जी की आरती-4 Read More धर्मो रक्षति रक्षितः