कौआ और दाल का दाना
कौआ और दाल का दाना (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक किसान था। उसकी घरवाली एक दिन गांव के गोईंड़े में बैठकर दाल साफ कर रही थी। इसी बीच एक कौआ आया और डलिया में से एक …
कौआ और दाल का दाना Read MoreBringing you closer to Hindu Indian roots
गांव की कहानियाँ-हिंदी में
कौआ और दाल का दाना (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक किसान था। उसकी घरवाली एक दिन गांव के गोईंड़े में बैठकर दाल साफ कर रही थी। इसी बीच एक कौआ आया और डलिया में से एक …
कौआ और दाल का दाना Read Moreचिड़िया चिरौटा (पुरानी ग्रामीण आँचलिक कहानी) एक थी चिड़िया और एक था चिरौटा। चिड़िया लाई चावल, चिरौटा लाया दाल। चिड़िया ने खिचड़ी बनाई। चूल्हे पर खिचड़ी रखकर चिड़िया पानी भरने गई। चिरौटे से कहती गई, “जरा …
चिड़िया चिरौटा Read Moreआनन्दी कौआ (मजेदार पुरानी ग्रामीणआँचलिक कहानी) एक कौआ था। एक बार राजा ने उसे अपराधी ठहराया और अपने आदमियों से कहा, “जाओ, इस कौए को गांव के कुएं के किनारे के दलदल में रौंदकर मार डालो।” …
आनन्दी कौआ Read Moreरला भाई गढ़वी (मजेदार पुरानी ग्रामीणआँचलिक कहानी) भारणिया नाम का एक छोटा-सा गांव थां उस गांव में सात-आठ घर राजा परिवार से जुड़े भाइयों और भतीजों के थे। ये सब ‘भायात’ कहलाते थें जो भी पैदावार …
रला भाई गढ़वी Read Moreबनियों का स्वांग (नाटक) (मजेदार पुरानी ग्रामीणआँचलिक कहानी) बीस बनिये थे। बीसों यात्रा पर निकले। रास्ते में एक नाला मिला। नाले का नाम था, जांबुड़िया। नाला बहुत गहरा था। दिन में भी वहां धूप नहीं पहुंचती …
बनियों का स्वांग (नाटक) Read More धर्मो रक्षति रक्षितः