सुनो बनारस आता हूँ
सुनो बनारस आता हूँ…. पर जाने देना! चार कचौड़ी, पुरवा लस्सी गरम जलेबी, चाय पे अस्सी चाट टमाटर, गोल गुलप्पा गली गली और चप्पा चप्पा दो दिन ज़्यादा खाता हूँ… तो खाने देना! सुनो बनारस आता …
सुनो बनारस आता हूँ Read MoreBringing you closer to Hindu Indian roots
सुनो बनारस आता हूँ…. पर जाने देना! चार कचौड़ी, पुरवा लस्सी गरम जलेबी, चाय पे अस्सी चाट टमाटर, गोल गुलप्पा गली गली और चप्पा चप्पा दो दिन ज़्यादा खाता हूँ… तो खाने देना! सुनो बनारस आता …
सुनो बनारस आता हूँ Read Moreएक बच्चे को आम का पेड़ बहुत पसंद था। जब भी फुर्सत मिलती वो आम के पेड के पास पहुच जाता। पेड के उपर चढ़ता,आम खाता,खेलता और थक जाने पर उसी की छाया मे सो जाता। …
आम का पेड़ Read Moreनीचे लिंक से आप ग्राम प्रधान द्वारा आपके गाँव में कराये गये कार्य को देख सकते हैं, जो उन्होंने आपके गाँव में खर्च दिखाये हैं। भले हो व्यवहारिक स्तर पर वह कुछ भी न कराये हों। …
ग्राम प्रधान द्वारा आपके गाँव में कराये गये कार्य का ब्योरा देखें Read MoreOur Village folklore are full of strange stories. Some of them might be true and some just exaggerated tales from the fertile imagination of village folks having plenty of time they enjoy , especially in off …
Wrestling with ghost Read MoreMy grandfather shared a story with me when it was British era. He was a land tax collection agent and was posted in Reewa district of now in Madhya Pradesh. It was a few hundred kilometers …
An Interesting story on land tax collection visit of my Grandfather Read More धर्मो रक्षति रक्षितः