श्री बगलामुखी चालीसा -2
श्री बगलामुखी चालीसा-2 ॥दोहा॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूं चालीसा आज।।कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज।। ॥चौपाई॥ जय जय...
श्री बगलामुखी चालीसा-2 ॥दोहा॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूं चालीसा आज।।कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज।। ॥चौपाई॥ जय जय...
माँ चंडी चालीसा रचनाकार- प्यासा अंजुम (आधुनिक युग की रचना) ॥दोहा॥ जय माँ चंडी चंडिका, चामुंडा शक्ति स्वरूप ।प्रचंड हुई...