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Kashi Vishvanath Mangala Arati

पूजापाठ में आरती का क्या महत्व है?

आरती हिन्दू उपासना की एक विधि है। इसमें जलती हुई लौ या इसके समान कुछ खास वस्तुओं से आराध्य के सामाने एक विशेष विधि से घुमाई जाती है। ये लौ घी या तेल के दीये की हो सकती है या कपूर की।

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देवप्रबोधिनी एकादशी विशेष

देवप्रबोधिनी एकादशी विशेष देवप्रबोधिनी एकादशी को देव उठनी एकादशी और देवुत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार इस दिन से विवाह, गृह प्रवेश तथा अन्य सभी प्रकार के मांगलिक कार्य …

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शुक्राचार्य की पुत्री देवयानी की रोचक कहानी

शुक्राचार्य की पुत्री देवयानी की रोचक कहानी  प्राचीनकाल में देवताओं और राक्षसों के कई युद्ध हुए. इन युद्धों में कभी देवता जीतते और कभी राक्षस. लेकिन एक समय ऐसा आया कि राक्षसों की शक्ति तेजी से …

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भाईदूज-यम द्वितीया की कथा

सूर्य की पत्नी संज्ञा की दो संतानें थीं। संज्ञा के पुत्र का नाम यमराज और पुत्री का नाम यमुना था। संज्ञा अपने पति सूर्य की तेज किरणों को सहन नहीं कर सकने के कारण उत्तरी ध्रुव …

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जनक ने सीता स्वयंवर में अयोध्या नरेश दशरथ को आमंत्रण क्यों नहीं भेजा?

जनक ने सीता स्वयंवर में अयोध्या नरेश दशरथ को आमंत्रण क्यों नहीं भेजा? * रामु अमित गुन सागर थाह कि पावइ कोइ। संतन्ह सन जस किछु सुनेउँ तुम्हहि सुनायउँ सोइ॥ भावार्थ:-श्री रामजी अपार गुणों के समुद्र …

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