श्री राम चालीसा-1
श्री राम चालीसा-1 (संत श्री हरिदास रचित) IIचौपाईII श्री रघुवीर भक्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥१॥निशिदिन ध्यान धरै जो कोई। ता सम भक्त और नहिं होई॥२॥ ध्यान धरे शिवजी मन माहीं। ब्रह्म इन्द्र पार नहिं …
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