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Baba Neem Karoli 2 Featured2

बाबा नीम करोली द्वारा विधवा के पुत्र को जीवनदान

बाबा अंतर्यामी थे परन्तु फिर भी सब जानते हुए भी उससे कारण पूछा। कारण बताने पर उन्होंने पुनः प्रश्न किया; कहने लगे, ” क्या यह तेरा अकेला लड़का था?” उस औरत ने स्वीकार किया कि वह उसका एकमात्र पुत्र था। बाबा फिर बोले, “तेरा पति भी अब नहीं रहा ?” यह सुनकर वह स्त्री अपने कठिन दुर्भाग्य पर रोने लगी।

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रामभक्त गोपन्ना की कथा

गोलकुण्डा के नवाब अब्दुल हसन तानाशाह ने गोपन्ना को तहसीलदार नियुक्त किया। ब्राह्मण गोपन्ना बहुत निष्ठापूर्वक अपना काम करते थे। एक बार वे भद्राचलम गये। वहां एक पुराना राम मंदिर था जो जीर्ण अवस्था में आ …

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धर्मो रक्षति रक्षितः