माँ कामाख्या चालीसा
माँ कामाख्या चालीसा ॥दोहा॥ सुमिरन कामाख्या करुँ, सकल सिद्धि की खानि ।होइ प्रसन्न सत करहु माँ, जो मैं कहौं बखानि...
ब्लॉग्स
माँ कामाख्या चालीसा ॥दोहा॥ सुमिरन कामाख्या करुँ, सकल सिद्धि की खानि ।होइ प्रसन्न सत करहु माँ, जो मैं कहौं बखानि...
श्री गंगा चालीसा ॥ दोहा ॥ जय जय जय जग पावनी, जयति देवसरि गंग।जय शिव जटा निवासिनी, अनुपम तुंग तरंग॥...
श्री शनि चालीसा ॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।दीनन के दुःख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय...
माता श्री शीतला देवी चालीसा ॥ दोहा ॥ जय जय माता शीतला तुमही धरे जो ध्यान।होय बिमल शीतल हृदय विकसे...
श्री कैला देवी चालीसा ॥दोहा॥ जय जय कैला मात है तुम्हे नमाउ माथ ||शरण पडू में चरण में जोडू दोनों...
धर्मो रक्षति रक्षितः