बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर दोहे का अर्थ|Bada Hua To Kya Hua Meaning
प्रस्तुत दोहा कबीर दास जी ने ऐसे लोगों के बारे में लिखा है जो जो थोड़े से पद, मान सम्मान...
प्रस्तुत दोहा कबीर दास जी ने ऐसे लोगों के बारे में लिखा है जो जो थोड़े से पद, मान सम्मान...
कबीर के दोहे हिंदी में अर्थ आंखों देखा घी भला, ना मुख मेला तेल ।साधु सों झगडा भला, ना साकट...
कामी क्रोधी लालची , इनते भक्ति ना होय ।भक्ति करै कोई सूरमा , जादि बरन कुल खोय ।।1 अर्थ: विषय...
कबीर गुरु की भक्ति बिन, धिक जीवन संसार ।धुंवा का सा धौरहरा, बिनसत लगे न बार ।।1 अर्थ: संत कबीर...
कबीर हरि के रुठते, गुरु के शरणै जाय ।कहै कबीर गुरु रुठते , हरि नहि होत सहाय ।।1 अर्थ: प्राणी...
धर्मो रक्षति रक्षितः