श्री राम चालीसा-2
श्री राम चालीसा-2 (संत श्री सुन्दर दास रचित) ॥दोहा॥ गणपति चरण सरोज गहि । चरणोदक धरि भाल॥लिखौं विमल रामावली । सुमिरि अंजनीलाल ॥ राम चरित वर्णन करौं । रामहिं हृदय मनाई ॥मदन कदन रत राखि सिर …
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