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विश्वनाथ मम नाथ पुरारी त्रिभुवन महिमा विदित तुम्हारी अर्थ

चौपाईबिस्वनाथ मम नाथ पुरारी। त्रिभुवन महिमा बिदित तुम्हारी॥चर अरु अचर नाग नर देवा। सकल करहिं पद पंकज सेवा॥ अर्थ: (देवी पार्वती ने शिवजी से कहा-) हे विश्व के स्वामी! हे मेरे नाथ! हे पुर असुर के …

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गंगा नदी के किनारे बसे प्रमुख नगर|काना बाप हवाई वेग से भागा

गंगा नदी के किनारे बसे प्रमुख नगर-पुरानी ट्रिक बचपन में गंगा नदी के किनारे बसे प्रमुख नगरों के नाम याद करने के लिए हमें एक ट्रिक सिखाई जाती थी। जिसमें इन नगरों के प्रारंभिक अक्षरों को …

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राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे का अर्थ|Ram Rameti Rameti

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे का अर्थ लोग इस श्लोक को इस प्रकार ‘राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे‘ ढूंढते हैं जबकि वास्तविकता में पूरा सही श्लोक नीचे दिया गया है। श्री राम राम रामेति, …

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धीरज धर्म मित्र अरु नारी चौपाई का अर्थ|Dheeraj Dharam Mitra Aru Nari

धीरज धर्म मित्र अरु नारी चौपाई का सन्दर्भ प्रस्तुत चौपाइयाँ तब की हैं जब प्रभु श्री राम चित्रकूट से आगे बढ़कर दण्डकारण्य में अत्रि मुनि के आश्रम में पहुंचते हैं। अत्रि मुनि के धर्मपत्नी माता अनुसूया …

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